(अजित सिंह) – दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक पूर्व राज्य-स्तरीय एथलीट सहित तीन कुख्यात हथियार स्पलायरो की गिरफ्तारी के साथ ही एक अंतरराज्यीय अवैध हथियार तस्करों के सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। इनके कब्जे से 12 सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौलें बरामद की गई हैं।स्पेशल सेल के एक अधिकारी ने बताया कि आगामी गणतंत्र दिवस समारोह 2024 के मद्देनजर, सेंधवा, खरगोन, धार और एमपी के अन्य जिलों से खरीदकर दिल्ली/एनसीआर में हथियार की स्पलाई करने वाले अवैध तस्करों के खिलाफ स्पेशल सेल द्वारा एक विशेष अभियान शुरू किया गया था।
तीन महीने से अधिक समय तक लगातार प्रयास करने के बाद, गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि एमपी स्थित हथियार तस्करी सिंडिकेट का एक सदस्य, पुष्पेंद्र सिंह, 7 जनवरी, 2024 को दोपहर के आसपास कालिंदी कुंज रोड, ओखला, दिल्ली में डिलीवरी के लिए आएगा।स्पेशल सेल की ओर से इंस्पेक्टर के नेतृत्व में, दक्षिणी रेंज की एक टीम। करमवीर सिंह, इंस्पेक्टर। पवन कुमार, इंस्पैक्टर. एसीपी जितेंद्र मावी की देखरेख में। वेद प्रकाश एवं आलोक कुमार, DCP/SR, स्पेशल सेल, एक छापेमारी दल का गठन किया गया और घटनास्थल पर जाल बिछाया गया।
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सुबह करीब 11:50 बजे पुष्पेंद्र सिंह कंधे पर बैग लटकाए घटनास्थल की ओर आते दिखे। लगभग पांच मिनट के बाद, दो लड़के, नईम और मनीष भाटी (जिनके नाम बाद में सामने आए), वहां आए और पुष्पेंद्र सिंह ने अपने बैग से दो छोटे बैग निकाले और उन्हें एक-एक दिया।
इसके बाद पुलिस टीम ने उन्हें घेर लिया और आत्मसमर्पण करने को कहा, लेकिन उन्होंने मौके से भागने की कोशिश की। आख़िरकार तीनों आरोपियों को पुलिस पार्टी ने पकड़ लिया।तलाशी लेने पर पुष्पेंद्र सिंह के कब्जे से छह अत्याधुनिक पिस्तौलें बरामद हुईं, जबकि नईम के पास से चार पिस्तौलें बरामद हुईं और मनीष भाटी के बैग से दो सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौलें भी बरामद हुईं। उनके खिलाफ पीएस स्पेशल सेल में कानून के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच की गई।
पूछताछ के दौरान पुष्पेंद्र सिंह ने खुलासा किया कि बरामद पिस्तौलों की खेप उसे एमपी के एक कुख्यात हथियार निर्माता-आपूर्तिकर्ता से मिली थी। उसने आगे खुलासा किया कि वह पिछले तीन वर्षों से दिल्ली/एनसीआर और यूपी पश्चिम में अवैध हथियार और गोला-बारूद की स्पलाई में शामिल है और इसी दौरान में 150 से अधिक पिस्तौल की स्पलाई की है। उसे पहले भी पीएस भलस्वा डेयरी द्वारा अवैध हथियारों की स्पलाई के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।गिरफ्तार किए गए सभी लोगों से पूछताछ में यह भी पता चला है कि वे एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल एमपी से 9000 से 12,000 रूपये में खरीदते थे और आगे इसे 20,000 से 30 हजार रु.में दिल्ली/एनसीआर और यूपी (पश्चिम) में गैंगस्टरों और अपराधियों को बेच देते थे।
यह भी पता चला है कि आरोपी पुष्पेंद्र सिंह राज्य स्तर का एथलीट था और उसने 2014-15 में जूनियर स्तर पर 800 मीटर स्पर्धा में भाग लिया था। वहीं नईम और मनीष ने खुलासा किया कि वे जल्दी पैसा कमाने के लिए हाल ही में इस हथियार तस्करी रैकेट में शामिल हुए थे। उन्होंने आगे खुलासा किया कि अवैध आग्नेयास्त्रों की बरामद खेप को हापुड़ (यूपी) और शाहीन बाग, दिल्ली में पहुंचाया जाना था।आरोपी व्यक्तियों से आगे की पूछताछ जारी है। इस हथियार सिंडिकेट के बाकी सदस्यों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।