झज्जर (योगेंद्र सैनी): बरसात के बाद कई क्षेत्रों में जलभराव के कारण लोगों को काफी दिक्कतें हो रही है। सबसे ज्यादा बुरी स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों की है। ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में पानी जमा होने के कारण वैसे भी किसान परेशानियों से जूझ रहे हैं। दूसरी तरफ रास्तों पर भी पानी जमा होने के कारण शव को लेकर जाने की भी जगह नहीं है। सोमवार को जब गांव गुड्डा के लोग एक महिला के शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए श्मशान घाट जा रहे थे तो उन्हें मजबूरी में श्मशान घाट के मुख्य मार्ग से ना होते हुए रेल की पटरियों को पार करके जाना पड़ा। इल दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ गुस्सा भी जाहिर किया। Aaj ke taja samachar
जलभराव को लेकर ग्रामीणों ने बताया कि यह आज का नहीं हर साल का हाल है। जब भी जलभराव होता है तब इसी समस्या से जूझना पड़ता है। पानी की निकासी का कोई भी समुचित व्यवस्था नहीं होने की वजह से यह परेशानी होती है। अगर जल निकासी की व्यवस्था हो जाए तो काफी हद तक समस्या से बचा जा सकता है।
प्रशासन की बद इंतजामी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है। शव को भी मार्ग के सहारे नहीं लेकर जाया जा सकता है। मजबूरी में पटरी पार करके जाना पड़ रहा है। ट्रेन आने का अभी खतरा रहता है। मगर मजबूरी में इसी रास्ते से गुजरना पड़ता है। जलभराव के कारण खेतों को भी काफी नुकसान पहुंच गया है जिस वजह से वैसे भी मानसिक तनाव से दिन गुजर रहे हैं। उसके बावजूद भी प्रशासन की तरफ से कोई भी मदद नहीं मिल रही है। कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित करने के बाद भी जलभराव की स्थिति से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है।
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नरेश कुमार ने बताया कि इस रास्ते से जाना बुजुर्गों के लिए सबसे अधिक खतरनाक है। क्योंकि वह वैसे भी चलने में इतने सक्षम नहीं है। दूसरी तरफ रास्ता खराब होने की वजह से बुजुर्गों को तमाम दिक्कतों और परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन द्वारा जल निकासी के लिए दो मोटरों का प्रबंध किया गया था मगर बाद में उसे भी हटा लिया गया जिस कारण जल निकासी का कार्य भी काफी दिनों से रुका हुआ है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द जल निकासी के कार्य में तेजी लाकर स्थिति में सुधार किया जाए।