अंबाला(कृष्ण बाली): कृषि कानूनों की वापसी और सरकार के साथ सहमति के बाद अब किसानों की घर वापसी जारी है, बीते एक साल से सरकार और किसानों के बीच चल रहा मसला अब लगभग हल हो गया है, लेकिन इस सब के बाद भी भाजपा नेता किसान आंदोलन पर उँगलियाँ उठाने से पीछे नहीं हट रहे, आज हरियाणा के अंबाला से बड़बोले सांसद एवं मोदी मंत्रिमंडल में केंद्रीय राज्य मंत्री रहे रतनलाल कटारिया ने एक बार फिर किसान आंदोलन पर ऊँगली उठाई है।
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दरअसल अंबाला शहर में गीता जयंती महोत्स्व का उद्घाटन करने पहुंचे सांसद से जब मिडिया ने किसानों की घर वापसी पर उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही तो सांसद महोदय ने पहले तो खुद ही मान लिया कि अगर वो कुछ कहेंगे तो उसका मुद्दा बन जायेगा, इसके बाद कटारिया ने कहा कि इस मामले में न किसी की जीत हुई है और न ही हार , एक साल से चली आ रही समस्या का पीएम ने हल किया है, कटारिया ने कहा कि आंदोलन की वजह से देश को कम से कम 1 लाख करोड़ रूपये की हानि हुई है, साथ ही कटारिया ने ये भी कहा कि आंदोलन के साथ ही किसानों ने अनाज की बंपर पैदावार की , किसान हमारे अन्नदाता हैं , भगवान है और वो उन्हें हाथ जोड़कर उनके चरणों में प्रणाम करते हैं।
वहीं आज अंबाला में जिला स्तरीय गीता महोत्सवका भी सांसद रतन लाल कटारिया और अंबाला शहर के विधायक असीम गोयल ने उद्घाटन किया, इस मौके पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का भी सांसद और विधायक ने अवलोकन किया और कटारिया ने कहा कि आज हर देशवासी को गीता का प्रचार पुरजोर तरीके से करना चाहिए, उन्होंने कहा कि जिसने गीता के एक श्लोक को भी अपने जीवन में धार लिया उसका जीवन सफल है।