महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवाजीराव पाटिल निलंगेकर का बुधवार को पूणे में निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे। उनके परिवार के सूत्रों ने बताया कि निलांगेकर का यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया।
निलंगेकर मराठावाड़ा क्षेत्र के लातूर से वरिष्ठ कांग्रेस नेता निलांगेकर जून 1985 से मार्च 1986 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे, उनकी लातूर के एक शक्तिशाली सहकारी नेता के रूप में पहचान थी।
आपको बता दें, शिवाजीराव पाटिल निलांगेकर को पिछले दिनों सांस लेने में तकलीफ के बाद हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था, इसके बाद उनका कोरोना टेस्ट कराया गया था, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। तब से वह हॉस्पिटल में भर्ती थे। हालांकि, दो दिन पहले उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी। अभी मौत के कारण का पता नहीं चल पाया है।
मराठावाड़ा क्षेत्र के लातूर से वरिष्ठ कांग्रेस नेता निलांगेकर जून 1985 से मार्च 1986 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे। निलांगेकर ने अपनी बेटी और उसकी दोस्त की मदद के लिए 1985 में एमडी परीक्षा के नतीजों में कथित छेड़छाड़ के आरोप लगने के कारण मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
शिवाजीराव पाटिल ने 1968 में महाराष्ट्र एजुकेशन ट्रस्ट की स्थापना की थी। अपने एजुकेशन सोसायटी के तहत उन्होंने चार कॉलेजों, 12 उच्चतर माध्यमिक स्कूलों और 15 प्राथमिक स्कूलों की स्थापना की थी। महाराष्ट्र फार्मेसी कॉलेज, निलंगा को 1984 में स्थापित किया गया था, शिवाजीराव पाटिल का जन्म निलंगा में हुआ था।