नई दिल्ली(प्रदीप कुमार): पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ आज बीजेपी में शामिल हो गए। दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में पार्टी ज्वाइन करने के बाद सुनील जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने केवल हिंदू भाईचारे का नही बल्कि सिख भाईचारे का भी अपमान किया। दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई। जेपी नड्डा ने कहा सुनील जाखड़ आज हमारी पार्टी में शामिल हुए है ये हम सब के लिए खुशी का मौका है एक अनुभवी नेता बीजेपी में शामिल हुए है जिन्होंने पार्टी से अलग हटकर आपने खास छवि ईजाद की है।
जेपी नड्डा ने आगे कहा कि पंजाब में राष्ट्रवादी ताकतों का जो प्रथम स्थान है वो बीजेपी ले रही है इसलिए राष्ट्रवादी लोग पार्टी से जुड़े ये अच्छी बात है।राष्ट्रवादी ताकतों का पंजाब में मजबूत होना जरूरी है। जेपी नड्डाबीजेपी जॉइन करने के बाद सुनील जाखड़ ने कहा कि 1972 से लेकर 2022 तक हर अच्छे-बुरे समय में हमारा परिवार 50 साल तक कांग्रेस के साथ रहा। जाखड़ ने कहा, ‘मैंने कभी राजनीति को निजी स्वार्थ के लिए इस्तेमाल नहीं किया। मैंने कभी किसी को तोड़ने की कोशिश नहीं की। सुनील जाखड़ ने एक परिवार से रिश्ता तोड़ा तो कुछ आधारभूत बातें थी। मैंने राष्ट्रीयता, एकता और पंजाब के भाईचारे के लिए यह कदम उठाया है।
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सुनील जाखड़ ने आगे कहा कि पंजाब में दंगों के वक्त भी हिंदू-सिख भाईचारा कभी नहीं टूटा। मेरी जिंदगी का यही मूल मंत्र भी था। जाखड़ ने कहा कि मुझे दुख इस बात का है कि मुझे इस बात के लिए कटघरे में खड़ा किया गया कि मैंने पंजाब को जाति, धर्म और परसेंटेज के आधार पर न बांटने की बात कही। जाखड़ ने कहा कि मैंने रिश्तों को उसूलों की तरह निभाया है। जब पार्टी अपने सिद्धांत से ही हट जाए तो इसके बारे में सोचना पड़ता है। इस दौरान सुनील जाखड़ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खूब तारीफ की। जाखड़ ने कहा कि मैं संसद में रहा प्रधानमंत्री मोदी करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के लिए पंजाब आए थे। तब उनके साथ लंगर छका और बातचीत का मौका मिला। अब उन्होंने लाल किले पर हिंद की चादर श्री गुरू तेग बहादुर जी का 400वां प्रकाश पर्व बनाया। जाखड़ ने कहा कि पीएम मोदी ने पंजाब की नब्ज़ को पकड़ लिया है।
इससे पहले सुनील जाखड़ ने कुछ दिन पहले ही अनुशासनहीनता का नोटिस मिलने पर कांग्रेस छोड़ दी थी। अपने आधिकारिक सोशल प्लेटफॉर्म पर सुनील जाखड़ ने कांग्रेस पार्टी को गुड बाय बोला था। सुनील जाखड़ ने तब कांग्रेस नेतृत्व पर आरोप लगाते हुए सवाल उठाए थे और कहा था कि अनुशासनहीनता का नोटिस भेजने से पहले पार्टी आलाकमान ने मुझसे बात नहीं की।पंजाब में सीएम कैंडिडेट नहीं बन पाए क्योंकि हिंदू होने के चलते अंबिका सोनी ने उनके नाम का विरोध किया था।
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बहरहाल, सुनील जाखड़ के बीजेपी में शामिल होने के साथ ही जाखड़ परिवार के साथ कांग्रेस का लंबा रिश्ता टूट गया है।
सुनील जाखड़ पंजाब कांग्रेस के प्रमुख हिंदू नेता रहे। वह अबोहर के गांव पंचकोसी के रहने वाले हैं। उनके पिता बलराम जाखड़ भी कांग्रेस के दिग्गजों में शामिल थे। उनका परिवार तीन पीढ़ियों से कांग्रेस से जुड़ा रहा। जाखड़ 2002 में पहली बार अबोहर शहर से विधायक चुने गए थे। वह यहां से 3 बार विधायक बने। इसके बाद वह 2012 से 2017 तक पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे। सुनील जाखड़ ने BJP का गढ़ माने जाने वाली गुरदासपुर लोकसभा सीट से 2017 उपचुनाव में बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। कैप्टन जब 2017 के बाद CM बने तो जाखड़ पंजाब कांग्रेस के प्रधान बनाये गए।
बहरहाल अब सुनील जाखड़ कांग्रेस से अलग होकर बीजेपी खेमे में चले गए हैं इसी के साथ पंजाब में कांग्रेस ने एक बड़े कद्दावर नेता को खो दिया है।