Formula E Race Case: फार्मूला-ई रेस मामले में मुख्य आरोपित भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष और विधायक के. टी. रामाराव गुरुवार 9 जनवरी को यहां भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यानी एसीबी के सामने पेश हुए। के. टी. आर. के नाम से मशहूर राव को ‘फॉर्मूला-ई रेस’ आयोजित करने के लिए कथित ‘‘अनाधिकृत’’ भुगतान से जुड़े मामले में पूछताछ के लिए एसीबी ने बुलाया था।
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बता दें, के. टी. रामाराव अपने वकील के साथ एसीबी के दफ्तर गए। तेलंगाना हाई कोर्ट ने बुधवार 8 जनवरी को एसीबी कार्यालय में उनके साथ वकील को जाने की इजाजत दी थी। हालांकि, अदालत ने ये साफ किया कि वकील उस कमरे में मौजूद नहीं होगा जहां एसीबी के अधिकारी राव से पूछताछ कर रहे होंगे। अदालत ने कहा कि वकील एक कमरे में बैठ सकते हैं, जहां वह अपने मुवक्किल और जांच अधिकारी से मिल सकते हैं और कार्रवाई को देख सकते हैं।
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एसीबी के सामने पेश होने से पहले के. टी. राव ने कहा कि जब वे पिछली सरकार में मंत्री थे, तब उनका एजेंडा हैदराबाद को निरंतर गतिशील महत्वपूर्ण केंद्र बनाना था, क्योंकि दुनिया इस दिशा में आगे बढ़ रही है और ‘फॉर्मूला-ई रेस’ उस महत्वाकांक्षी नजरिए का एक हिस्सा थी। एसीबी ने पिछली सरकार के दौरान फरवरी 2023 में फॉर्मूला ई रेस आयोजित करने के लिए बिना मंजूरी के ज्यादातर भुगतान विदेशी मुद्रा में करने के आरोप में राव के खिलाफ 19 दिसंबर को मामला दर्ज किया था।