( प्रियांशी श्रीवास्तव): आज से जी-20 शिखर सम्मेलन का आगाज हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मेलन में शामिल होने के लिए इंडोनेशिया के लिए रवाना होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इंडोनेशिया के बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन में स्वास्थ्य, महामारी के बाद अर्थव्यवस्था के उबरने जैसे कई अहम पहलुओं को सामने रखेंगे । पीएम मोदी शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर सोमवार 14 नवंबर को इंडोनेशियाई शहर बाली के लिए रवाना होंगे। जहां यूक्रेन संघर्ष और इसके प्रभावों सहित वैश्विक चुनौतियों पर व्यापक विचार-विमर्श होने की उम्मीद है।
बता दें कि इंडोनेशिया के बाली शहर में होने वाले शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी कई अहम मुद्दो पर अन्य जी-20 नेता शामिल होंगे । वौश्विक अर्थव्यवस्था पर्यावरण , कृषि , स्वास्थ और साथ ही डिजिदल परिवर्तन समेत विचार साझा किए जाएंगे शइखर सम्मेलन में कुल 3 वर्किंग सेशन होंगे जिसमे प्रधानमंत्री प्रतिभाग करेंगे। इनमे खाध औऱ ऊर्जा सुरक्षा डिजिटल की सुविधाए जौसे अहम मुद्दे शामिल कहै । इंडोनेशिया में भारतीय राजदूत मनोज कुमार भारती ने कहा भले ही यह प्रधानमंत्री मोदी का दौरा छोटा हो लेकिन रणनिति के रूप में यह काफी अहम साबित होने वाला है ।
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इंडोनेशियाई शहर बाली के जी-20 या 20 देशों का समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है। समूह में कई देश शामिल होंगे । भरात के साथ ही अर्जेटीना , ऑस्ट्रेलिया , ब्राजील, कनाडा , चीन, फ्रांस , जर्मनी , इटली , जापान कोरिया , गणराज्य , मेक्सिको , रूस , सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका , तुर्की ब्रिटेन , अमेरिका और यूरोपीय संघ देश हिस्सा लेंगे। जी-20 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है, जो वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है। भारत मौजूदा में जी-20 बैठक में जी-20 के पिछली बार भी रह चुका है ।