(श्याम बाटला): हमारी भारतीय संस्कृति में गऊ को माँ का दर्जा देकर उसे गौ माता कहा जाता है और इसी गौ माता के शरीर मे 33 करोड़ देवी देवताओं का वास होता है, इसलिए सरकार के साथ साथ हम सबका फर्ज है कि हम अपने अपने स्तर पर गौधन के संवर्धन ओर संरक्षण के लिए आगे आएं और उत्तम नस्ल की गऊओं की संख्या बढ़ाने में अपना योगदान दें, यह कहना है राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय का जो मकर संक्रांति से पूर्व कोसली विधायक लक्ष्मण सिंह यादव की अध्यक्षता में खण्ड जाटूसाना स्थित शिवमोहन गौशाला में आयेजित 108 कुंडीय हवन यज्ञ में आहुति डालने ओर गऊओं को गुड़ व तिल के लड्डू खिलाने के बाद उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। जिसके बाद उन्होंने गौ शैड का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने देश व प्रदेश वासियों को लोहड़ी ओर मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी। इससे पूर्व महामहिम को आई टी बी पी सैंटर में गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।
उन्होंने कहा कि गौमाता हमारे लिए न केवल पूजनीय है बल्कि जीवन दायनी भी है। गौमूत्र से घर की साफसफाई के लिए फिनायल बनती है और वातावरण भी शुद्ध होता है, शुद्ध वातावरण होगा तो लोग स्वस्थ होंगे, लोग स्वस्थ होंगे तो समाज प्रदेश और देश स्वस्थ और सम्प्पन्न होगा। गौ संरक्षण और संवर्धन के लिये सरकार ने विगत वर्ष गौशालाओं पर करीब 40 करोड़ खर्च किया ताकि उत्तम नस्ल की गऊओं की संख्या को बढ़ाया जा सके।
Read also: दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल की तकरार के बीच केजरीवाल और उपराज्यपाल ने की अहम बैठक
उन्होंने कहा कि गौसेवा मां की सेवा से कम नहीं ओर यह उनका सौभाग्य है कि आज उन्हें पवित्र लोहड़ी के त्यौहार पर उन्हें गौसेवा करने का अवसर मिला। वहीं दूसरी ओर कोसली से भाजपा विधायक ने कहा कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपनी संस्कृति और त्योहारों की गरिमा को भूलकर धन अर्जित करने में जुटे हैं, धन ही हमारी सम्पूर्ण सम्पदा है लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है। आज के आयोजन का उद्देश्य लोगों को उनकी संस्कृति से जोड़े रखना और तीज त्योहारों की गरिमा को बनाये रखना है। वहीं उन्होंने ने इस गौशाला के लिए पांच लाख का अनुदान भी दिया।