यमुनानगर: जेल में कैदियों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है और उन्हें क्या सुविधाएं दी जा रही हैं। इसको लेकर हरियाणा मानव अधिकार आयोग के कार्यकारी अध्यक्ष दीप भाटिया ने बुधवार को यमुनानगर जेल का निरीक्षण किया है।
हरियाणा राज्य मानव अधिकार आयोग के कार्यकारी अध्यक्ष दीप भाटिया ने बुधवार को यमुनानगर जेल का निरीक्षण किया तथा जेल में बन्दियों के रहन-सहन, खान-पान तथा सभी प्रकार की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान जेल में बन्द पुरूष व महिला बन्दियों को सुना गया तथा उनको दी जाने वाली रहन-सहन, खान-पान व चिकित्सकीय सुविधाओं बारे माननीय आयोग ने अपनी संतुष्टि जताई और इस दौरान किसी बन्दी द्वारा किसी भी प्रकार की कोई शिकायत या किसी विशेष समस्या बारे अवगत नही करवाया गया और सभी कैदियों ने जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली बारे संतोष जताया।
दीप भाटिया ने जेल में आधुनिक तकनीक से निर्मित सैलून का निरीक्षण किया, जहां पर तरह-तरह की ब्रांडेड वस्तुओं का सैलून में उपयोग किया जा रहा था। उसके बाद जेल लंगर का निरीक्षण किया गया, जहां पर कैदियों के खाने हेतु साफ एवं स्वच्छ तरीके से पौष्टिक सफेद चना व चपाती बनाई गई थी और लंगर में हैंड टच फ्री चपाती मेकिंग मशीन तथा आटा गूंथने की मशीन स्थापित थी। लंगर में साफ-सफाई व्यवस्था दुरूस्त थी तथा एग्जास्ट चिमनी व फ्लाई कैचर मशीनें सुचारू रूप से चल रही थीं।हरियाणा मानव अधिकार आयोग की टीम द्वारा लंगर में तैयार किये गए भोजन को खाकर चैक किया गया और भोजन बारे अपनी संतुष्टि जताई।
जेल उद्योगशाला का निरीक्षण के दौरान जेल प्रशासन द्वारा अवगत करवाया गया कि हरियाणा राज्य के माननीय न्यायालयों, उपायुक्त कार्यालयों, सिविल हस्पतालों व राज्य की जेलों की आवष्यकता के अनुरूप उपयोग होने वाले फर्नीचर जैसे कि लोहे की अलमारी, लोहे के रैक, टेबल, कैनिंग कुर्सी, कुषन कुर्सी, अस्पताल बैड, रिकार्ड हेतू कपड़े के बस्ते ईत्यादि को सम्बन्धित विभागो से प्राप्त आर्डर अनुसार जिला जेल यमुनानगर की उद्योगशाला में बन्दियों द्वारा तैयार किया जाता है। जेल उद्योगशाला में स्थापित हरिका आयुर्वेदिक केयर जिसमें 20 आयुर्वैदिक उत्पादों को तैयार करने का लाईसेंस जिला जेल यमुनानगर को मिला हुआ है और इन्हीं उत्पादों के फार्मुलों द्वारा जिला जेल यमुनानगर की हरिका आयुर्वैदिक फार्मेसी मे उत्पादों को तैयार करके प्राप्त होने वाले आर्डरों अनुसार सप्लाई की जाती है। जेल प्रशासन ने अवगत करवाया कि वर्ष 2022-23 में जेल उद्योगशाला में अभी तक लगभग 60 लाख की राशि तक का उत्पादन किया गया है।
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जेल लाईब्रेरी में धार्मिक, आध्यात्मिक व ज्ञानवर्धक लगभग सभी प्रकार की कुल 1864 पुस्तकें व 1000 पत्रिकाएं तथा 05 कम्प्यूटर स्थापित किये गए हैं। लाईब्रेरी में कार्यरत जेलकर्मी ने अवगत करवाया कि बन्दियों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए प्रौढ़ शिक्षा अभियान चलाया जा रहा हैं जिसमें मौजूदा एकेडमिक वर्ष में लगभग 70 बन्दियों का पंजीकरण किया गया है। इसके अलावा सभी इच्छुक कैदियों को जेल में ईग्नू व एन.आई.ओ.एस. के माध्यम से शिक्षित करने तथा कम्प्यूटर सीखने का अवसर प्रदान किया जाता है। वर्तमान में एन.आई.ओ.एस. के माध्यम से 31 बन्दी माध्यमिक (10 वीं) व 27 बन्दी उच्चतर माध्यमिक (12 वीं) स्तर की षिक्षा प्राप्त कर रहे हैं और ईग्नू के माध्यम से 07 बन्दी स्नातकोत्तर, 39 बन्दी स्नातक, 09 बन्दी सी.एन.सी.सी. सर्टिफिकेट कोर्स व 39 बन्दी सी.एफ.एन. सर्टिफिकेट कोर्स में षिक्षा ग्रहण कर रहें हैं।
उसके बाद दीप भाटिया ने जेल कैन्टीन/वैट कैन्टीन का निरीक्षण किया गया। जिला जेल यमुनानगर में के सभी बन्दियों को नियमानुसार कैन्टीन व वैट कैन्टीन की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। कैन्टीन में बन्दियों को सभी आवश्यक वस्तुएं जैसे साबुन, तेल, सर्फ, दालें, घी, चीनी, हरी सब्जियां व फल आदि सामान नियमानुसार बेचा जाता है। इसके अलावा वैट कैन्टीन में प्रतिदिन बदल-बदल कर फास्ट-फूड जैसे बर्गर, चाउमीन, समोसा, ब्रैड-पकौड़ा, डोसा, पकौड़े आदि एवं मिठाईयां जैसे बेसन लड्डू व बर्फी, नारियल बर्फी व गुलाब-जामुन आदि उपलब्ध करवाया जाता है। जेल कैन्टीन आधुनिक तरीके से जिसमें कैन्टीन काउंटर पर अन्दर व बाहर दोनो तरफ डिजिटल डिस्प्ले तथा कैन्टीन में क्योस्क मशीन भी स्थापित है, जिसमें बन्दी अपने बायोमैट्रिक द्वारा अंगूठा लगाकरद्ध कैन्टीन खाते का पूर्ण विवरण चैक कर सकते है। जिला जेल यमुनानगर पूर्णतः कैशलैस होने के कारण कैन्टीन का पूरा संचालन कम्प्यूटराईज्ड हो रहा है। निरीक्षण के दौरान वैट कैन्टीन में साफ एवं स्वच्छ तरीके से पिज्जा, स्प्रिंग रोल व पकौडे़ बनाए जा रहे थे जिसे माननीय आयोग की टीम द्वारा खाकर चैक किया गया जोकि संतोषजनक बताया गया।
जेल अस्पताल के निरीक्षण में पर साफ-सफाई व्यवस्था संतोषजनक पाई गई। हस्पताल में स्थापित नशा-मुक्ति केन्द्र द्वारा नशे की लत वाले बन्दियों का उपचार तथा इन बन्दियों को नशे की लत से दूर रहने बारे जागरूक किया जा रहा था। जेल अस्पताल के एक बन्दी ने कविता गायन के माध्यम से जेल निरीक्षण पर आये सभी गणमान्यों का स्वागत भी किया।
जेल हस्पताल में बीमार बन्दियों के लिए डाईट कक्ष का निरीक्षण किया गया जहां पर चिकित्सा अधिकारी के परामर्श अनुसार बीमार बन्दियों का पर्याप्त स्टॉक मैन्टेन मिला तथा हस्पताल में बीमार बन्दियों के उपचार हेतू दवाईयों का पर्याप्त स्टॉक मिला। उसके बाद फुली ऑटोमैटिक लॉण्ड्री मशीन जिसमें बन्दियों के उपयोग हेतु कपड़े जिसमें चद्दर, कम्बल ईत्यादि को डिटरजैन्ट पावडर से धोया जा रहा था, ताकि बन्दियों को त्वचा एलर्जी जैसी बीमारियों से बचाया जा सके।
महिला ब्लाक में परिरूद्ध महिला बन्दियों ने माननीय आयोग के समक्ष बताया कि हमारे बच्चों के क्रेचकि कक्ष का निर्माण भी करवाया गया है। 03 छोटे बच्चे अपनी महिला बन्दी माताओं के साथ महिला ब्लाक में मिले। बच्चों की माता महिला बन्दियों ने बताया कि जेल में उनके बच्चों के जन्म दिन जेल प्रशासन द्वारा अच्छे से मनाये जाते हैं। महिला बन्दियों की रजामन्दी अनुसार उनके छोटे बच्चों को जेल सुरक्षा में समय-समय पर जेल से बाहर मार्किट प्लेस, पार्कों व धार्मिक स्थलों आदि पर घुमाया जाता है ताकि ये बच्चे जेल से बाहर के वातावरण का आनंद ले सकें।
उसके बाद जेल में कंट्रोल कक्ष के पास नवनिर्मित वी0सी0 कक्ष का निरीक्षण किया गया जिसमें 03 वी0सी0 सिस्टम संचालित हैं जिनसे बन्दियों की माननीय न्यायालयों में वी0सी0 के माध्यम से कोर्ट पेशी करवाई जाती है। यहीं पर पिक्स कक्ष का निरीक्षण भी किया गया जिस पर जेल प्रशासन ने अवगत करवाया कि बन्दियों की आवश्यकता अनुसार ब्लाक वाईज पिक्स/एस.टी.डी. बूथ स्थापित करवाये गए हैं।
माननीय आयोग की टीम द्वारा समस्त जेल का बारीकी से निरीक्षण किया गया जिसमें जेल में परिरूद्ध सभी पुरूष व महिला बन्दियों के रख-रखाव, खान-पान व चिकित्सा सम्बन्धी सभी सुविधाओं का जायजा लिया गया। जेल में मैन्टेन किये गए हरे-भरे वातावरण व महिला बन्दियों द्वारा तैयार की गई रंगोली व एक हवालाती बन्दी सर्बजीत सिहं द्वारा दीप भाटिया जी के तैयार किये गए स्कैच की काफी सराहना की गई जिस पर जेल प्रशासन को इसे भविष्य में भी मैन्टेन रखने का सुझाव दिया गया।
हरियाणा राज्य मानव अधिकार आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष दीप भाटिया के द्वारा जेल प्रागंण में पौधारोपण किया गया और निरीक्षण के दौरान कुलदीप जैन, रजिस्ट्रार (ला एण्ड लीगल), गुलशन खुराना, स्पेशल सेक्रेटरी, पुनीत अरोड़ा (इनफार्मेशन एंड पब्लिक रिलेशन अफसर) तथा जेल प्रशासन व स्थानीय पुलिस की ओर से अधीक्षक जेल विशाल छिब्बर, राजेश कुमार, उप पुलिस अधीक्षक यमुनानगर, तथा उपाधीक्षक जेल भूपेन्द्र सिहं, वरूण कुमार सहित समस्त जेल स्टाफ उपस्थित रहा। निरीक्षण उपरान्त जेल प्रशासन की ओर से विशाल छिब्बर ने आयोग की टीम का जेल आगमन पर आभार प्रकट किया और जेल में सभी व्यवस्थाएं अच्छे से लागू करवाने में बन्दियों व जेल प्रशासन का अहम योगदान बताया और कहा कि यह सब एक टीम वर्क है और इस मुहिम में उपरोक्त सभी का अहम योगदान है।