Health Alert: आजकल हर इंसान की ये ख्वाहिश होती है कि बढ़ती उम्र के साथ भी जवान और खुबसूरत दिखें लेकिन जहां कुछ लोग अपनी उम्र से ज्यादा जवान दिखते हैं तो वहीं कुछ लोग उम्र से पहले ही बुढ़े दिखने लगते हैं। क्या कभी आपने ये सोचा है कि आखिर ऐसा क्यों होता है। चलिए आज के इस आर्टिकल में जानते हैं लोग उम्र से पहले बुढ़े क्यों दिखने लगते हैं।
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दरअसल, भारत में 50 से 55 की उम्र होने पर लोगों को बुढापे की नजर से देखा जाता है। पर क्या आप जानते हैं कि कुछ आदतें आपको जल्द ही बुढ़ापे की ओर ढकेल सकती हैं? हमारी दिनचर्या की कुछ बुरी आदतें और खान-पान की बुरी आदतें भी हमारी त्वचा पर बुरा असर कर सकती हैं। 40 वर्ष की उम्र में आप न सिर्फ 50 से 60 वर्ष की उम्र वालों की तरह दिखने लगेंगे, बल्कि आपके मस्तिष्क और शरीर पर भी इसका असर हो सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने देखा कि लंबे समय तक बैठे रहने की आदत दिनचर्या का सबसे बड़ा कारण है। लंबे समय तक बैठे रहने की आदत से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर होने वाले दुष्प्रभावों को लेकर पहले भी अलर्ट किया गया था। विशेषज्ञों का कहना है कि ये आदत आपको समय से पहले बूढ़ा भी बना देती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पाया कि अनियमित जीवनशैली सभी उम्र के लोगों की सेहत के लिए घातक है। लंबे समय बैठे रहने से जोखिम बढ़ सकता है। ये समस्याएँ ऑफिस जाने वाले लोगों में अधिक आम हैं। दिन भर बैठे रहना स्वस्थ जीवन के लिए उतना ही खतरनाक है। गतिहीन जीवनशैली से वजन बढ़ने, टाइप-2 डायबिटीज होने और हृदय रोग होने का खतरा रहता है और आप समय से पहले बुढ़ापे का शिकार हो सकते हैं।
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एक्सपर्ट्स का कहना है कि लंबे समय तक बैठे रहने के कई बुरे परिणाम हो सकते हैं। ज्यादातर दिन में बैठे रहने वाले लोगों का दिमाग डिमेंशिया से पीड़ित होने लगता है। ज्यादा देर बैठने से हृदय रोग, मधुमेह, स्ट्रोक, उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल का भी खतरा बढ़ जाता है, जो शरीर को बुढ़ापे में बदलता है। चलते-फिरते रहने वाले लोगों की तुलना में अधिकतर समय बैठकर बिताने वाले या गतिहीन जीवनशैली वाले लोगों में ये गंभीर परिणाम अधिक देखे गए हैं। चिकित्सकों ने पाया कि लंबे समय तक बैठे रहने की आदत भी हृदय रोगों का खतरा बढ़ा सकती है। अध्ययन में पाया गया कि सप्ताह में 23 घंटे से अधिक बैठे रहने वाले पुरुषों में हृदय रोग विकसित होने और अन्य लोगों की तुलना में 64 प्रतिशत अधिक मृत्यु दर हो सकती है। ये रोग दिल का दौरा या स्ट्रोक होने की संभावना को 147 प्रतिशत तक बढ़ा सकते हैं। हृदय रोगों से पीड़ित लोगों का शरीर कमजोर होने लगता है और इसके दुष्परिणामों में आप समय से पहले ही बुजुर्ग होने के लक्षण देख सकते हैं।