Holi: देशभर में रंगों के पर्व होली को धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। देश के अलग-अलग कोनों में अलग-अलग और बड़े अनोखे अंदाज में Holi खेली जा रही है। लोग रंगों के इस पावन त्योहार को बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ मनाते दिखाई दे रहे हैं।
देशभर में खेली जा रही रंगों की Holi
देशभर में हर कोई आमतौर पर रंगों की होली ही खेल रहा है। इसमें सूखे पक्के रंग, कच्चे रंग, गुलाल, स्नो कलर, कलर फॉग, पानी वाले रंग और नेचुरल व हर्बल रंग इत्यादि शामिल होते हैं।
प्रयागराज की कपड़ा फाड़ होली
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की कपड़ा फाड़ होली बेहद प्रसिद्ध है। खास बात इसे देखने और खेलने के लिए लोग बाहर से भी वहां पहुंचते हैं। लोगों में इसका अच्छा खासा उत्साह देखने को मिलता है। एक-दूसरे के कपड़े फाड़कर लोग इस होली का आनंद लेते हैं। आजकल देश में कई जगह कपड़ा फाड़ होली प्रचलन में आ रही है।
मणिकर्णिका घाट पर चिता भस्म की होली
बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में मणिकर्णिका घाट पर खेली जाने वाली होली कोई आम होली नहीं है। यहां पर रंग नहीं, फूल नहीं, बल्कि चिता की भस्म की होली खेली जाती है। जिसमें दूर-दराज से आए लोग भी काफी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं और चिता भस्म की होली खेलते हैं। इस होली में खासकर बाबा के अनन्य भक्त शामिल होते हैं।
मथुरा-वृंदावन की लट्ठ मार और फूलों की होली
राधे-श्याम की नगरी मथुरा-वृंदावन में लट्ठमार और फूलों की होली काफी प्रसिद्ध है। यहां देश ही नहीं विदेशों से भी लोग इस होली का आनंद लेने के लिए होली के कुछ दिन पहले ही पहुंचने लगते हैं। इस कारण यहां काफी भीड़भाड़ देखने को मिलती है। लोग इस होली का जमकर आनंद लेते हैं।
शाहजहांपुर की जूता मार होली
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में रंगों की होली से ज्यादा तो यहां की अनोखी जूता मार होली प्रसिद्ध है। यहां पर भैंसा गाड़ी पर बैठाकर बड़े लाट साहब और छोटे लाट साहब के जुलूस निकाले जाते हैं और फिर उन पर जूतों की बारिश होती है और झाड़ू से भी पिटाई की जाती है।
कीचड़ की होली
देश के कई ग्रामीण क्षेत्रों में कीचड़ की होली भी काफी आम है। हालांकि विवादों के चलते धीरे-धीरे इसका प्रचलन कम होता जा रहा है। वैसे गांव के लोग कीचड़ की होली का सबसे ज्यादा आनंद लेते हैं। इसी तरह देश में कई अन्य जगहों पर भी अलग और वहां के पारंपरिक तरीकों से होली खेली जाती है। सबके अपने-अपने तरीके हैं इस प्रेम और सौहार्द की भावनाओं को विविध रंगों में अभिव्यक्त करने वाले महापर्व होली को मनाने के, केवल बुरा ना मानो होली है।