(प्रदीप कुमार) दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने असम के वीर योद्धा लसित बोरफुकान की 400 वी जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि युद्ध नायक बोरफुकन ने मुगलों से लोहा लिया था।अगर लचित बोरफुकन नहीं होते तो भारत का नक्शा कुछ और होता।असम सरकार ने लचित बोरफुकन के विचार को पहुंचाने का काम किया है। आज असम से लेकर दिल्ली तक कई समारोह आयोजित किए जा रहे हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री हिमंताजी ने बहुत अच्छा काम किया है। इस दौरान गृहमंत्री ने कहा कि मैं आह्वान कर रहा हूं कि 30 ऐसे साम्राज्य चुनिए इनपर लिखिए,नया इतिहास आएगा।ये सरकार देश के गौरव के लिए काम करने के लिए तत्पर है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि असम सरकार लसित बारफुकन के गौरवपूर्ण इतिहास को देश तक पहुचाये।असम सरकार 10 भाषाओं की पहचान कर लसित बरफुकन के इतिहास को देश के कोने कोने में पहुचाने का कार्य करे।
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इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्वोत्तर को देश से जोड़ने के लिए केंद्र सरकार के कार्यों की भरपूर तारीफ की गृहमंत्री ने कहा कि आज मोदी जी ने पूर्वोत्तर को दिल से जोड़ा है।आज आठ साल के अंदर पूर्वोत्तर को विकास से जोड़ा गया है। गृह मंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर में आज अलगाववाद नही है पूर्वोत्तर देश की मुख्यधारा से जुड़ा हमारा मजबूत हिस्सा है।
असम सरकार द्वारा आयोजित तीन दिन का यह कार्यक्रम कल 23 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी में शुरू हुआ है। इसका उद्देश्य सेनानायक और देशभक्त लाचित बरफुकन के बारे में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जागरूकता पैदा करना है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल समापन समारोह में हिस्सा लेंगे।