आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में दुनियाभर में अधिकतर लोग दिमागी समस्याओं से जूझ रहे हैं। इससे निजात पाने के लिए लोग नए-नए तरीके भी अपनाते हैं। मगर अब मेंटल स्ट्रेस को सही रखने के लिए साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड का सहारा लिया जा रहा है। इसी मदद से लोगों के मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा रहा है और उनकी काउंसलिंग की जा रही है। आइए जानते हैं इसके बारे में..
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क्या है साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड ?
साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड (PFA) एक प्रकार की सहायता है जो मानसिक स्वास्थ्य संकट या तनाव की स्थिति में व्यक्ति को प्रदान की जाती है। इसका उद्देश्य व्यक्ति को तत्काल सहायता प्रदान करना और उनके मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करना है।
साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड के मुख्य उद्देश्य
साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड के मुख्य उद्देश्य व्यक्ति की दिमागी उलझनों को दूर करना। उनके मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति का आकलन करना। उन्हें आवश्यक सहायता और संसाधनों से जोड़ना और उनके मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करना इत्यादि है।
साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड की आवश्यकता तब होती है जब व्यक्ति को मानसिक स्वास्थ्य संकट का सामना करना पड़ता है, जैसे-
1. तनाव
2. चिंता
3. अवसाद
4. आत्महत्या के विचार
5. दुर्घटना या आपदा के बाद का तनाव
6. मानसिक बीमारी का आक्रमण
साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड प्रदान करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं
1. सहानुभूति और समर्थन दें।
2. व्यक्ति को सुनें और उनकी बात सुनें।
3. उनकी भावनाओं को समझें और स्वीकार करें।
4. उन्हें आवश्यक संसाधनों से जोड़ें।
5. उनके मानसिक स्वास्थ्य की निगरानी करें।
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साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड प्रदान करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण संगठन हैं-
1. राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य संस्थान (NIMH)
2. मानसिक स्वास्थ्य अमेरिका (MHA)
3. साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड अलायंस (PFAA)
यदि आप या आपके किसी परिचित को मानसिक स्वास्थ्य संकट का सामना करना पड़ रहा है, तो तुरंत सहायता लें।
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