(प्रदीप कुमार )- कांग्रेस ने नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से ना कराये जाने पर कई सवाल उठाए हैं।कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार चुनावी फायदा उठाने के लिए दलित और आदिवासी सुमदाय से राष्ट्रपति बनाती है।कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ना बुलाए जाने पर सवाल उठाए हैं।खड़गे ने ट्वीट कर कहा है कि- ऐसा लगता है कि मोदी सरकार सिर्फ चुनावी फायदा उठाने के लिए दलित और आदिवासी सुमदाय से राष्ट्रपति बनाती है।
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इस मुद्दे पर सरकार पर कई आरोप लगाए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए कहा है कि 28 मई को होने वाले नए संसद भवन के उद्घाटन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नहीं बुलाया गया है। वे देश की पहली नागरिक हैं। अगर वे नए संसद भवन का उद्घाटन करतीं तो ये लोकतांत्रिक मूल्यों और संवैधानिक मर्यादा के प्रति सरकार के कमिटमेंट को दिखाता
Read also –“विपक्ष को एकजुट करने का ऐतिहासिक कदम”,राहुल गांधी, नीतीश कुमार की मुलाकात
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस मुद्दे पर अपना हमला जारी रखते हुए कहा कि नई संसद की नींव रखने के दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी नहीं बुलाया गया था। खड़गे ने कहा कि राष्ट्रपति देश का सबसे ऊंचा संवैधानिक पद है। वे अकेले ही सरकार, विपक्ष और हर नागरिक को रिप्रजेंट करती हैं। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने लगातार राष्ट्रपति की मर्यादा का अपमान किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से पहले रविवार को ही राहुल गांधी ने भी मांग की थी कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से करवाया जाए। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि संसद के नए भवन का उद्घाटन पीएम मोदी नहीं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ही करना चाहिए। कांग्रेस ने नई संसद बिल्डिंग के उद्धघाटन की तारीख पर भी सवाल उठाए है।कांग्रेस ने कहा- 28 मई को हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर की जयंती है। इसी दिन नए संसद भवन का उद्घाटन करना राष्ट्र निर्माताओं का अपमान है।
हालांकि बीजेपी नेता तरुण चुघ ने कांग्रेस के आरोपों को दरकिनार करते हुए तंज कसा है। बीजेपी नेता ने कहा है कि जिन्होंने करीब 150 संस्थानों के नाम नेहरू-गांधी वंश के नाम रखें,जिन्होंने पीएम जैसे पद का अपमान किया,आज वो लोकतंत्र के मंदिर का भी अपमान कर रहे है। बीजेपी नेता ने कहा कि पहले लोकतंत्र के मंदिर के बनने पर सवाल खड़े किए गए।अब अपमान कर रहे है।लोकसभा स्पीकर ने पीएम को बुलाया है ये दुर्भाग्यपूर्ण है।