( सत्यम कुशवाह )- बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक के बाद हुई साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शामिल नहीं होने को लेकर भी राजनीति गरमाई हुई है। इसके अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। वहीं बीजेपी नेता इसे उनकी नाराजगी जाहिर करना बता रहे हैं। सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में शोर है कि वहां हुई बैठक में उनको उनके PM बनने की चाहत पर पानी फिरता नजर आया और गुट का नाम जोकि INDIA रखा गया है वह भी रास नहीं आया, इसलिए वह वहां से नाराज होकर चले गए थे। इस पर अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जवाब भी दिया है।
विपक्षी दलों की बैठक के बाद बेंगलुरु में हुई साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं होने के सवाल पर आज पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि हम किसी बात से नाराज नहीं हैं, भाजपा का उस बैठक से क्या लेना-देना…बैठक में सब बात हुई है, सबके सुझाव आए, उसके बाद ही कुछ घोषित किया गया। उसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस होने वाली थी तब हमने कहा कि हमें अब जाने दीजिए…जब सही समय आएगा तब इसकी भी संभावना है कि कुछ और लोग भी शामिल होंगे।
बिहार BJP और JDU में वार-पलटवार –
बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक के बाद हुई साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शामिल नहीं होने को लेकर राजनीति गर्म है। इसको लेकर लोग चुटकियां ले रहे हैं, तो वहीं नाराजगी भी एक वजह बताई जा रही है। इसको लेकर JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने पटना में आज कहा कि नीतीश कुमार विपक्षी एकता के सूत्रधार हैं। I.N.D.I.A सभी की सहमति से नाम दिया गया है। मैंने प्रधानमंत्री का एक वीडियो देखा था जिसमें वे कह रहे थे वोट फॉर INDIA… मैं भी 5 वर्ष NDA में रहा लेकिन मोदी जी ने कभी बैठक नहीं बुलाई। अब बैठक बुला रहे हैं यह घबराहट और हताशा है। 2024 में वे बुरी तरह पराजित होंगे।
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JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन के इस ट्वीट पर रिट्वीट कर बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा है कि पार्टी के अंदर कोई राजनैतिक व्यक्ति नहीं है। ये भ्रष्टाचारी लोग हैं। नीतीश कुमार का सपना पूरा नहीं हुआ तो भाग गए, PM उम्मीदवार बनना चाहते थे। अब वे बिहार में सपना देखेंगे दरभंगा जाकर कहेंगे मैं प्रधानमंत्री नीतीश कुमार ।