World Asthma Day: आज के आधुनिक युग में इस दुनिया और देश में शायद ही ऐसा कोई होगा जो किसी बीमारी की चपेट में ना हो और पूर्ण रूप से स्वस्थ जीवन जी रहा हो। अगर आप अपने आसपास नजर डालेंगे तो हर कोई किसी ना किसी बीमारी से ग्रस्त है और डॉक्टरों के क्लीनिकों व अस्पतालों के चक्कर लगा रहा है। 7 मई को विश्व अस्थमा दिवस के रूप में मनाया जाता है इसीलिए इस खबर में आज हम अस्थमा ( Asthma ) की बीमारी ही बात कर रहे हैं। इस बीमारी के होने के क्या कारण हैं और इससे कैसे बचाव करें आइए जानते हैं ?
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अस्थमा ( Asthma ) की बीमारी को लोग ‘दमा’ के नाम से भी जानते हैं। अस्थमा शरीर में वायुमार्ग और फेफड़ों को प्रभावित करने वाली समस्या है। भारत समेत दुनिया के कई देशों में अस्थमा के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। एक आंकड़े के अनुसार दुनिया भर में अस्थमा से होने वाली मौतों में से 46 फीसदी मौतें तो अकेले भारत में हो रही हैं। अस्थमा की समस्या में आपके फेफड़ों से हवा को अंदर और बाहर ले जाने वाली नलियां प्रभावित होती हैं। वायुमार्ग में सूजन और संकुचन के कारण सांस लेने और छोड़ने में दिक्कत और आवाज बिगड़ने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
अस्थमा की बीमारी कई लोगों को अनुवांशिक भी होती है और कुछ लोग एलर्जी, प्रदूषण और धूम्रपान के कारण भी इस बीमारी का शिकार हो जाते हैं। अगर अस्थमा का सही समय पर इलाज न किया जाए तो यह अटैक का रूप ले लेता है जो आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है, लेकिन इसे नियंत्रित करने और इससे बचने के कुछ उपाय हैं:
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संक्रमण से बचाव: संक्रमणों से बचाव के लिए हमेशा साफ सफाई पर ध्यान दें। हाथों को नियमित रूप से धोएं और साफ-सफाई का ध्यान रखें।
एलर्जी कंट्रोल: अगर आपको किसी विशेष चीज़ के लिए एलर्जी है, तो उससे बचने की कोशिश करें।
प्रदूषण और धूप से बचाव: प्रदूषण और गर्मी में कड़क धूप से बचने वाले उपाय करें और धूप में जाते समय अपना सिर, मुंह और नाक ढक लें। बच्चों का विशेष ध्यान रखें।
स्वस्थ आहार: शरीर को स्वस्थ रखने वाले आहार ही खाएं और विटामिन – मिनरल्स से भरपूर खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें। बाहर की उल्टी-सीधी चीजें खाने से बचें।
धूम्रपान को त्याग दें: अगर आप धूम्रपान के शौकीन है या इसकी लत लगी है तो जैसे भी हो इससे जल्द मुक्ति पाएं।
नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम करना अस्थमा के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है। प्राणायाम और सूर्य नमस्कार जैसे योग श्वासनालियों को मजबूत बनाते है।
डॉक्टर की सलाह: अपने डॉक्टर से सलाह लें व नियमित रूप से जाँच करवाएं और चिकित्सीय परामर्श लें, ताकि भविष्य में होने वाली इस तरह की किसी बड़ी बीमारी से बचा जा सके।
इस तरह के उपायों को अपनाकर और सावधानियां बरतकर ही आप अस्थमा के जोखिम को कम कर सकते हैं।