Jammu Kashmir: नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। सीएम बनने के बाद उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर के सिविल सचिवालय में प्रशासनिक सचिवों के साथ पहली बैठक की। Jammu Kashmir:
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सीएम बनने के बाद अब्दुल्ला ने एक्स पर पोस्ट किया और लिखा, मैंने डीजी से बात की है कि जब मैं सड़क मार्ग से कहीं भी जाऊं तो कोई “ग्रीन कॉरिडोर” या ट्रैफिक को न रोका जाए। मैंने उन्हें सार्वजनिक असुविधा और इसके इस्तेमाल को कम करने का निर्देश दिया है। सायरन कम से कम होना चाहिए। किसी भी तरह की छड़ी लहराने या आक्रामक इशारों से पूरी तरह बचना चाहिए। मैं अपने कैबिनेट सहयोगियों से हर चीज में उसी उदाहरण का पालन करने के लिए कह रहा हूं। हम यहां लोगों की सेवा करने के लिए हैं ताकी उन्हें असुविधा न हो।
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बता दें, 2019 में अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में ये पहली चुनी हुई सरकार है। शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री के रूप में श्रीनगर के सिविल सचिवालय में सीएम उमर अब्दुल्ला को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। दूसरी बार मुख्यमंत्री बने उमर अपने दादा शेख अब्दुल्ला और पिता फारूक अब्दुल्ला के बाद सीएम बनने वाले अब्दुल्ला परिवार की तीसरी पीढ़ी के नेता हैं। वे इससे पहले 2009 से 2014 के बीच जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री थे, जब ये पूर्ण राज्य हुआ करता था।
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