प्रदीप कुमार – लोक सभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने आज सिलीगुड़ी में India@ G20 के अंतर्गत उत्तर बंगाल के 9 जिलों के लगभग 80 स्कूलों से आये एक हजार से अधिक छात्रों को सम्बोधित किया। इस अवसर पर ओम बिरला ने कहा मेरी सदैव यही कोशिश रहती है कि युवा मित्रों से अधिक से अधिक मिलूं, उनसे बात करूं, उनके अनुभवों को सुनूं। आपके अंदर सामर्थ्य है, उम्मीदें हैं, सपने हैं,और उन्हें पूरा करने का संकल्प भी है। उन्होंने बताया कि बच्चों के मध्य वे स्वयं को और अधिक ऊर्जावान महसूस कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि देश की शिक्षा नीति नौजवानों की बौद्धिक क्षमता का विकास तो कर ही रही है, इसके साथ-साथ उनकी बहुआयामी प्रगति का पथ भी दिखा रही है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि दुनिया के सामने आने वाली चुनौतियां का समाधान युवा छात्रों के साहस और सामर्थ्य से ही निकलेगा।
श्री बिरला ने छात्रों को और उनके साथ काम कर रहे सहयोगियों की अथक मेहनत और प्रयासों के लिए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी। ओम बिरला ने “थीम पर्यटन” के विषय पर कहा कि भारत अपनी सांस्कृतिक और भौगोलिक विशेषताओं के कारण पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यहाँ भाषा से लेकर वेश-भूषा तक, संस्कृति से लेकर खान-पान तक, अलग-अलग रूपों में यहाँ विविधता मौजूद है। इसीलिए भारत के लिए पर्यटन महत्वपूर्ण हैं। देश में पर्यटन की असीम प्रगति का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा की जब पर्यटन बढता है तो, पूंजी निवेश में ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिलता है और देश की अर्थव्यवस्था को बल मिलता है। उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी शहर पश्चिम बंगाल के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। बर्फ से ढके पहाड़ों, वन्य जीवों की विविधता, चाय बाग़ान और प्राकृतिक सुन्दरता से भरपूर दृश्यों के बीच आधुनिक इनफ्रास्ट्रक्चर का विकास और उभरते शहर की तस्वीर दिखाता है।
सिलीगुड़ी पूर्वोत्तर भारत का प्रवेश द्वार भी है। देश के बढ़ते पर्यटन प्रोफाइल का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि सरकार के प्रयासों का ही परिणाम है कि भारत की ग्लोबल टूरिस्ट इंडेक्स रेंकिंग में वृद्धि आयी है। वर्तमान में पुरातात्विक स्मारकों के संरक्षण, पंजीयन, पुराशेषों को पंजीकृत करने के अभियान को बल दिया जा रहा है। उन्होंने सुझाव दिया कि हर साल सभी एक बार ऐसी जगह ज़रूर जाएँ जहां आप पहले कभी न गये हों। यह सभी के जीवन को एक नए तरह के अनुभवों से भर देगा। ओम बिरला ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव काल में भारत द्वारा जी-20 की अध्यक्षता गर्व का विषय है, और यह समारोह भी इसी का एक अहम हिस्सा है। जी-20 देशों में दुनिया की 60% आबादी, वैश्विक जीडीपी का 85% और वैश्विक व्यापार का 75% शामिल है।
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इस आयोजन की सफलता सभी भारतीयों का दायित्व है। उन्होंने कहा कि भारत को जी-20 की अध्यक्षता मिलना इस बात को दर्शाता है कि वैश्विक मंच पर भारत का महत्व बढ़ा है और भारत वैश्विक शक्ति बन कर उभरा है। युवाओं से बात करते हुए बिरला ने कहा कि मैं आप सभी से यही कहूँगा कि हार्ड वर्क के साथ-साथ अब स्मार्ट वर्क की जरूरत है। इसलिए हमें उसी अनुसार कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि छात्रों ने जो कुछ भी हासिल किया है, तथा इस यात्रा में जिन-जिन लोगों का योगदान है, उन्हें याद जरूर रखें और उनके प्रति अपना आभार व्यक्त करें।