(प्रदीप कुमार): लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नई दिल्ली में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सदस्यों को संबोधित किया है। इस अवसर पर बोलते हुए ओम बिरला ने भारत की ओर से कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान निःस्वार्थ भाव के साथ प्रदान की गयी सेवाओं के लिए चिकित्सकों और कोरोना वॉरियर्स का आभार व्यक्त किया। महामारी के दौरान वैज्ञानिकों की काम की सराहना करते हुए ओम बिरला ने कहा कि कोविड टीकों की उनकी खोज ने मानवता को परीक्षा की उस घड़ी से बाहर निकाला और सफलता दिलाई। भारत ने आपदा को अवसर में बदलने के लिए समग्र प्रयास किये और उस परिस्थिति में सामूहिक प्रयास और सहयोग से कोरोना के खिलाफ जंग जीती।
स्वास्थ्य क्षेत्र पर बोलते हुए बिरला ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज प्रदान करने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं । 2017 की व्यापक राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति अच्छी गुणवत्ता वाली सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवाओं तक सभी की पहुंच सुनिश्चित करने की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है।
ओम बिरला ने जोर देकर कहा कि प्रत्येक नागरिक को सस्ती और सुलभ, उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा पाने का हक है और देश इस सोच के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने हर्ष व्यक्त किया कि पिछले कुछ समय में हमारे स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में विभिन्न स्वास्थ्य संकेतकों की दृष्टि से अभूतपूर्व प्रगति हुई है। चाहे स्वास्थ्य सेवाओं तक आसान पहुंच बनाने की बात हो, सेवाओं की लागत में कमी हो, या निवेश और क्षमता निर्माण और स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे का उन्नयन हो, हर क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन आए हैं। डॉक्टर- जनसंख्या अनुपात पर बोलते हुए बिरला ने कहा कि आज देश में जहां 13 लाख से अधिक एलोपैथिक डॉक्टर हैं, वहीं साढ़े 5 लाख से अधिक आयुष डॉक्टर हैं।
इसी का परिणाम है कि हमारा डॉक्टर-जनसँख्या अनुपात अब 1:834 है जो डब्ल्युएचओ के 1:1000 के मानक से बेहतर है। श्री बिरला ने स्वास्थ्य ढांचे में सुधार का उल्लेख करते हुए कहा कि चाहे देश में 22 नए एम्स की स्थापना के लिए मंजूरी हो, जिला एवं रेफरल चिकित्सालयों को अपग्रेड करके नये मेडिकल कॉलेज बनाना हो, या आयुष सेवाओं का विस्तार करना हो, देश ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में दीर्घकालिक विजन के रूप में कल्याणकारी दृष्टिकोण अपनाया है, ताकि सभी के लिए स्वास्थ्य सुनिश्चित किया जा सके। इस वर्ष का केंद्रीय बजट भी इसी विजन को दर्शाता है।
आजादी का अमृत महोत्सव का जिक्र करते हुए बिरला ने कहा कि पिछले 75 वर्षों मे, देश ने आजादी के बाद सीमित संसाधनों में भी चुनौतियों का सामना किया, लेकिन समय के साथ इसमें सुधार हुआ। पहले हम अपनी जरूरतें पूरी करते थे लेकिन अब हम विश्व के देशों को चिकित्सा सेवाएं सप्लाई करते हैं। कोरोना महामारी से बचाव के लिए दुनिया भर के कई देशों को भारत द्वारा वैक्सीन की सप्लाई इसका जीता-जागता उदाहरण है। पोलियो पर भारत की विजय ने यह साबित किया है कि हमारी इच्छाशक्ति विशाल चुनौतियों को भी छोटा करने की शक्ति रखती हैं। ओम बिरला ने कहा कि चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में नए शोध और नए उपाय ही मानवता को गंभीर बीमारियों से बचा सकते हैं I
इस सन्दर्भ में पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों की जिक्र करते हुए ओम बिरला ने कहा कि आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी और होम्योपैथी जैसी पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों की हमारी प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका हैI आज योग की भारत की प्राचीन परंपरा एक जन आन्दोलन का रूप ले चुकी है और इसके स्वास्थ्य संबंधी लाभों को पूरा विश्व मान रहा है, उन्हें अपना रहा है। बिरला ने ‘स्वच्छ भारत अभियान’; ‘उज्ज्वला योजना’, ‘जल जीवन मिशन’ ‘पोषण अभियान’, ‘मिशन इंद्रधनुष’,’ जन औषधि’ केंद्र’ और आयुष्मान भारत योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि ये सारे योजनाएं मानवता को स्वस्थ रखने की दिशा में मील का पत्थर साबित हुईं हैं।
Read also: मोदी सरनेम विवाद में राहुल गांधी को मिली दो साल की सजा, मिली जमानत
ओम बिरला ने लोगों को सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने में जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर बोलते हुए कहा कि लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की कार्ययोजना में जनप्रतिनिधियों को शामिल किया जाना चाहिए। वे स्वास्थ्य के मुद्दों पर लोगों को शिक्षित करने और लोगों की स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों को हल करने में मदद करेंगे। इस संदर्भ में उन्होंने बताया कि Covid के समय सांसदों द्वारा की गई पहलों को ‘इनोवेशन्स एन्ड बेस्ट प्रैक्टिसेज ड्यूरिंग कोविड-19 पेंडेमिक (2020-21)’ शीर्षक वाली एक पुस्तिका के रूप में संकलित किया गया है। इस पुस्तिका में महामारी का सामना करने के लिए लोगों से संपर्क करने के सबसे अच्छे तरीकों और नए उपायों को शामिल किया गया है। इसमें महामारी के दौरान 100 से अधिक सांसदों द्वारा किये गए अनुकरणीय कार्यों को शामिल किया गया है।