Lok Sabha Speaker: लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज कहा कि प्रधानमंत्री, नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सशस्त्र सेनाएं आधुनिक टेक्नोलॉजी और रणनीतिक दृष्टि – दोनों ही क्षेत्रों में मजबूत हुई हैं। बिरला ने यह भी कहा कि भारतीय सेना हमेशा साहस और वीरता का प्रतीक रही है और आज यदि देश की सीमाएं सुरक्षित हैं, तो यह उन युवा भारतीयों के कारण है, जो अपनी बहादुरी, समर्पण और साहस से राष्ट्र को प्रेरित करते आए हैं । इस बात का उल्लेख करते हुए कि पिछले दशक में भारत ने विश्व पटल पर अपना विशेष स्थान बनाया है, बिरला ने कहा कि चाहे वैश्विक समस्याओं का समाधान हो या आर्थिक चुनौतियों का, भारत इन सभी क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। बिरला ने ये टिप्पणियां दिल्ली विश्वविद्यालय के श्यामलाल कॉलेज (सांध्य) के वार्षिक दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कीं।
लोक सभा अध्यक्ष ने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्यामलाल कॉलेज के वार्षिक दिवस समारोह को किया संबोधित


- Pradeep Kumar,
- May 9th, 2025
- (10:10 pm)
ओम बिरला ने कहा कि युवाओं का आत्मविश्वास, उनके विचार और प्रतिबद्धता ही देश की असली ताकत है और उनसे अपने प्रत्येक कार्य, आचरण, अध्ययन और नवाचार में “नेशन फर्स्ट” की सोच अपनाने का आग्रह किया । श्री बिरला ने कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए युवाओं को इनोवेशन पर जोर देते हुए कड़ी मेहनत करनी होगी।बिरला ने इस बात पर जोर दिया कि देश को आगे ले जाने की जिम्मेदारी युवाओं की है क्योंकि वे नए विचारों और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ते हैं। बिरला ने श्यामलाल कॉलेज के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि यह कॉलेज गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तथा सांस्कृतिक मूल्यों के संस्कार दे रहा ही जिससे देश को आगे ले जाने के लिए एक शिक्षित, अनुशासित और देशभक्त पीढ़ी तैयार करने में मदद मिल रही है।
ओम बिरला ने कहा कि पिछले 75 सालों में भारत ने उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने यह भी कहा कि इन वर्षों में राष्ट्र का गौरव और वैश्विक पहचान भी बढ़ गई है, और इस सफलता में सबसे महत्वपूर्ण योगदान देश के युवाओं का है। उन्हें इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि भारत के युवा अपनी सराहनीय बौद्धिक क्षमता, दृष्टिकोण और निष्ठा के साथ वैश्विक चुनौतियों का समाधान कर रहे हैं। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि तक्षशिला और नालंदा जैसी प्राचीन भारतीय शिक्षा प्रणालियों में ज्ञान के साथ सांस्कृतिक विरासत का समावेश बहुत खूबसूरती के साथ किया गया ।ओम बिरला ने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि आज हमारी आधुनिक शिक्षा प्रणाली उस विरासत को आगे बढ़ाते हुए नवाचार और अनुसंधान को भी प्रोत्साहित कर रही है।ओम बिरला ने इस बात की भी सराहना की कि विश्वविद्यालय नवाचार के केंद्र बन रहे हैं, और भविष्य की चुनौतियों के लिए समाधान प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में भारतीय युवाओं की बहुत मांग है और उनका तकनीकी कौशल, प्रोफेशनल विशेषज्ञता और कार्य संस्कृति उन्हें विश्व पटल पर विशेष पहचान दिला रही है।
इस अवसर पर संसद सदस्य, मनोज तिवारी भी मौजूद रहे।