लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभागियों को किया सम्बोधित

(प्रदीप कुमार): राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागीदारी का उल्लेख करते हुए स्पीकर बिरला ने कहा कि देश के युवा असीम शक्ति, अपार ऊर्जा और अनंत क्षमता के वाहक हैं और यही ऊर्जा, एवं युवा बल आने वाले समय में भारत को आर्थिक समृद्धि और विकास के मार्ग पर अग्रणी बनाएगी। ओम बिरला ने जेसीआई इंडिया के युवा मार्गदर्शन के तीन सिद्धांतों  – “युवा नेतृत्व”, “राष्ट्र निर्माण” एवं  “अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्पर्क” – की सराहना की I उन्होंने विकास के समग्र एजेंडा में युवाओं के राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण,अधिकार और कल्याण पर ज़ोर दिया।
भारत की G 20 सम्मलेन की अध्यक्षता उल्लेख करते हुए स्पीकर बिरला ने कहा कि लोकतंत्र की जननी भारत G 20 सम्मलेन के ज़रिये विश्व को नया दृष्टिकोण देगी। उन्होंने आगे कहा कि G 20 विश्व की सबसे महत्वपूर्ण देशों का समूह है और भारत की अगवाई में सम्पूर्ण जगत भारत के लोकतंत्र की शक्ति को मानेगा। ओम बिरला ने भारत द्वारा वासुदेव कुटुंबकम की परंपरा को आगे बढ़ाने पर गर्व व्यक्त किया।
स्पीकर बिरला ने भारत द्वारा आपदा संकट के समय दी गई सहायता के विषय में कहा कि भारत ने सदैव विश्व के किसी कोने में आई आपदा के समय सहायता दी है। लोकतंत्र को शासन की सर्वश्रेष्ठ व्यवस्था बताते हुए ओम बिरला ने कहा कि लोकतंत्र भारत की शक्ति है। उन्होंने आगे कहा कि भारत की प्राचीन लोकतान्त्रिक व्यवस्था सम्पूर्ण विश्व को दिशा देने में कार्य कर रहा है।
युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार की पहलों का उल्लेख करते हुए, ओम बिरला ने नवाचार और ease of doing business के लिए लिए गए  कई उपायों कि चर्चा की। उन्होंने कहा कि सरकार ने देश में ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस कई कदम उठाए, 1500 से अधिक अप्रचलित कानूनों को निरस्त किया और कई अनावश्यक नियमों को निरस्त किया जिनके कारण व्यापार में कठिनाई आ रही थी l  जीएसटी जैसी पारदर्शी कर प्रणाली तैयार की। इसके अलावा, नई स्टार्टअप नीति, नई ड्रोन नीति और कई नए क्षेत्रों में उद्यमियों तथा नवाचारों को प्रोत्साहित किया गया। संसद के शीतकालीन सत्र का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने कहा कि जन विश्वास विधेयक द्वारा वर्तमान कानूनों को और अधिक तर्ककसंगत बनाने के प्रयास किए गए हैं।
ओम बिरला ने युवाओं से संसद कार्य के व्यापक अध्ययन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि इससे युवाओं को संसद के कामकाज की जानकारी होगी तथा वह अपने बहुमूल्य सुझाव जनप्रतिनिधियों को दे पाएंगे। ओम बिरला ने कहा कि युवा भागीदारी संसद के कार्य को और सशक्त एवं सार्थक बनाएगी।  उन्होंने आगे कहा कि देश का संकल्प है कि आने वाले समय में भारत विश्व का विनिर्माण हब बने, और वैश्विक सप्लाइ चेन का अभिन्न अंग बने। आत्मनिर्भरता के साथ पूरे विश्व के लिए उत्पादन करें। ओम बिरला ने ज़ोर देकर कहा कि  यह संकल्प युवाओं के प्रयासों और उनकी ऊर्जा से ही संभव हैं। उन्होंने आगे कहा कि देश के अमृत काल में युवाओं दायित्व है कि वह देश को विकास और समृद्धि के शिखर पर ले जाएं।
राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की भागीदारी का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने कहा कि भारत की नारी शक्ति ने सदैव देश का गौरव बढ़ाकर देश को सशक्त किया है। उन्होंने हर्ष व्यक्त किया कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सिविल सेवा, चिकित्सा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, रक्षा आदि सभी क्षेत्रों में महिलाओं ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। ओम बिरला ने कहा कि विकसित  समाज के निर्माण हेतु हमें औपनिवेशिक मानसिकता की समूल समाप्ति, सांस्कृतिक गौरव, नागरिक एकता एवं कर्तव्य भाव आदि संकल्पों को पूरा करने की आवश्यकता है।

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