Kolkata Hydari Manzil –कोलकाता की ये एक मंजिला इमारत हैदरी मंजिल है। ये वो जगह है जहां महात्मा गांधी सिटी ऑफ जॉय की अपनी आखिरी यात्रा के दौरान रुके थे।
भारत के आजाद होने से दो दिन पहले गांधीजी कोलकाता के घनी आबादी वाले इलाके बेलियाघाटा पहुंचे। उन दिनों यहां सांप्रदायिक दंगें फैले हुए थे जिसे ‘ग्रेट कलकत्ता किलिंग्स’ के रूप में जाना जाता है। भले ही ब्रिटिश इंडिया की पूर्व राजधानी में उनका गर्मजोशी से स्वागत नहीं किया गया था फिर भी शहर में शांति कायम करने की कोशिश के तहत वो ‘हैदरी मंजिल’ में रुके थे।
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नोआखाली में एक साल पहले हुए हिंदुओं के नरसंहार पर वहां जाने की बजाय उनके कोलकाता में रहने के फैसले पर कई बार सवाल उठाए गए थे।
आज हैदरी मंजिल एक संग्रहालय है जिसे लोक निर्माण विभाग और पूर्ब कालिकाता गांधी स्मारक समिति मिलकर चलाती हैं। 14 अगस्त 1947 को गांधीजी ने ब्रिटिश भारत में अपनी आखिरी प्रार्थना सभा हैदरी मंजिल में हिंदुओं और मुसलमानों की मिले।