देवेश भाटी की रिपोर्ट – देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के बाद रेवड़ी कल्चर को लेकर बहस छिड़ गई है। यहां तक कि मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है वहीं दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार कल्याणकारी योजनाओं को रेवड़ी कल्चर का नाम देने से नाराज है और लगातार इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेर रही है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का नाम लेते हुए कहा कि लोगों को भयभीत करने की कोशिश की जा रही है कि जनता के कल्याण पर सरकारी पैसा खर्च करने से भारत बर्बाद हो जायेगा। देश में दो मॉडल हैं जिनमें से दोस्तवाद मॉडल के जरिये दोस्तों के लाखों करोड़ माफ़ हो जाते हैं जबकि केजरीवाल मॉडल से जनता का पैसा जनता के Welfare में ख़र्च होता है। News in hindi today,
मनीष सिसोदिया ने कहा कि डेवलप कंट्रीज के डेवलप होने का कारण ही ये है कि वो अपने सिटीजन में इन्वेस्ट करते हैं और हमारे यहां सरकार सिटीजंस में इन्वेस्ट करने को कहती है कि ये फ्री की रेवड़ी है इसे बंद करो।
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डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बीजेपी सरकार पर सवाल खड़े कर कहा कि लोगों के लिए मुफ्त योजनाएं प्रदान करने के बावजूद आम पार्टी नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार का फायदे में है, जबकि भाजपा शासित राज्यों की सरकारें घाटे में हैं और भाजपा जनता के लिए कल्याणकारी योजनाओं को मुफ्त की रेवड़ी कहती है।
गौरतलब है कि देश में मुफ्त की योजनाओं को लेकर चर्चाएं तेज हैं। आम आदमी पार्टी और बीजेपी आमने सामने है आप का आरोप है कि बीजेपी ने दोस्तों के 10 लाख करोड़ के लोन और 5 लाख करोड़ का Tax माफ़ किया जबकि दूसरी आरे किसान अपनी लोन की किश्त न दे पाए, तो ज़मीन छीन लेते हैं। जनता के लिए कल्याणकारी योजनाओं को ‘मुफ्त की रेवड़ी बोला जा रहा है।