साइलेंट किलर के नाम से विख्यात हार्ट अटैक की समस्या आज बड़ी आम होती जा रही है। पहले ये समस्या करीब 40 से अधिक उम्र वालों को हुआ करती थी मगर आज बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक यानी हर किसी को ये हो रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक हार्ट अटैक की ये समस्या लोगों में बिगड़ते खान-पान, खराब लाइफ स्टाइल और अधिक तनाव आदि के कारण हो रही है। आज-कल इससे जुड़ी कई वायरल खबरें भी सोशल मीडिया पर काफी देखने को मिल रही हैं। किसी को चुपचाप बैठे ही तो किसी को हंसते-हंसते अटैक पड़ रहा है और वहीं किसी को नाचते-गाते हुए। ये सब देख लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति चिंता और बढ़ गई है।
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आपको बता दें, हाल में ही मध्य प्रदेश के इंदौर में एक 18 वर्षीय IIT छात्र की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। वहीं दूसरा केस भी एमपी का ही है जहां शिवपुरी में 9वीं कक्षा के 14 वर्षीय छात्र की भी साइलेंट अटैक ने जान ले ली थी। बता दें, पहले से छात्र की कोई गंभीर मेडिकल हिस्ट्री भी नहीं थी। कम उम्र में ही हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग और लोगों को घोर चिंता में डाल दिया है। क्योंकि अब कुछ कहा नहीं जा सकता, कुछ पल पहले आपके सामने जो हंस-खेल रहा था या नाच-गा रहा था, वो अगले ही पल इस साइलेंट अटैक के कारण दुनिया से अलविदा कह जाता है। ये ऐसी बीमारी है कि इसमें व्यक्ति अपने अंतिम क्षणों में अपनों से अपने मन की बात भी नहीं कर पाता और इस जहां से परलोक सिधार जाता है।
हर उम्र के लोगों को हार्ट अटैक का खतरा
हार्ट अटैक का खतरा अब उम्र की सीमा में नहीं बंधा रह गया है। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है, चाहे वह बच्चे हों, युवा हों या बुजुर्ग। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। फिलहाल, हार्ट अटैक से होने वाली मौतों के बढ़ते आंकड़े लोगों को चिंता में डाल रहे हैं।
हार्ट अटैक आने के कारण
अस्वस्थ जीवनशैली: तनाव, खराब लाइफस्टाइल और व्यायाम व अन्य शारीरिक गतिविधि की कमी भी हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा सकती है।
स्वस्थ आहार: उच्च वसा और उच्च शर्करा वाला आहार हृदय रोग के खतरे को बढ़ा सकता है, इसलिए स्वस्थ आहार का एवं उचित मात्रा में सेवन करें।
आनुवंशिक: परिवार में हृदय रोग का इतिहास होने से भी लोगों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।
मोटापा: आजकल लोग पिज्जा-बर्गर जैसे फैटी फास्ट फूड खाकर वजन शारीरिक वजन बढ़ाने में लगे हुए हैं और इससे होने वाला मोटापा हृदय पर दबाव बढ़ा सकता है और हार्ट अटैक के खतरे को भी बढ़ा सकता है।
मधुमेह: अनियंत्रित मधुमेह हृदय रोग के खतरे को बढ़ा सकता है।
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इससे बचाव के लिए करें जीवनशैली में बदलाव
स्वस्थ आहार: संतुलित आहार लें और वसायुक्त एवं उच्च शर्करा वाले खाद्य पदार्थों से बचें।
नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम एवं शारीरिक गतिविधि करते रहें, ताकि रक्त का संचालन सही से हो सके।
नशे से बनाएं दूरी: धूम्रपान और शराब इत्यादि मादक पदार्थों का सेवन बंद करना चाहिए।
तनाव प्रबंधन: तनाव को प्रबंधित करने के लिए योग, ध्यान और अन्य तकनीकों का उपयोग करना।
नियमित स्वास्थ्य जांच: नियमित स्वास्थ्य जांच करवाना और अपने स्वास्थ्य की निगरानी करना।
पर्याप्त नींद: लोगों को पर्याप्त नींद लेना और सोने के समय को नियमित रखना बेहद जरूरी है।