Odisha: भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के लिए रविवार को ओडिशा के पुरी में हजारों श्रद्धालु उमड़ पड़े। ओडिशा सरकार ने यात्रा के खास बंदोबस्त किए हैं। पुरी की रथ यात्रा ओडिशा का सबसे खास त्योहार है। जहां भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ घूमने निकलते हैं। Odisha
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बता दें, रथों को जगन्नाथ मंदिर के सिंह द्वार के सामने खड़ा किया गया। यहां से सालाना रथयात्रा भगवान जगन्नाथ के मंदिर से लेकर उनकी मौसी के घर गुंडिचा मंदिर जाएगी और एक हफ्ते वहीं रुकेगी। रविवार की दोपहर को श्रद्धालु रथ खींचेंगे। इस साल रथ यात्रा और उससे जुड़े अनुष्ठान जैसे ‘नबजौबन दर्शन’ और ‘नेत्र उत्सव’ एक ही दिन – सात जुलाई को आयोजित किए जाएंगे। ये अनुष्ठान अमूमन रथ यात्रा से पहले आयोजित किए जाते हैं।
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‘नबाजौबन दर्शन’ का मतलब है देवताओं का युवा रूप, जो स्नान पूर्णिमा के बाद 15 दिनों के लिए दरवाजों के पीछे रहते हैं। इसे ‘अनासरा’ (संगरोध) कहा जाता है। बीमार होने वाले किसी भी श्रद्धालु को अस्पताल भेजने के लिए ग्रीन कॉरिडोर तैयार रखा गया है। एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) संजय कुमार ने बताया कि उत्सव की जगह पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।