ओडिशा ट्रेन हादसा अब तक का सबसे बड़े हादस ,रेलवे के मुताबिक,इस रूट पर ‘कवच’ उपलब्ध नहीं

(प्रदीप कुमार )-Odisha Rail Accident-ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। सवाल यह है कि आखिर यह हादसा कैसे हुआ? इस हादसे के पीछे किसकी गलती है। हालांकि, हादसे की जांच के लिए केंद्र सरकार ने उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है। इन सबके बीच एक सवाल यह भी सामने आया है कि इस रूट पर ‘कवच’ सिस्टम उपलब्ध नहीं था। इस बात की जानकारी रेलवे प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने दी। रेलवे प्रवक्ता अमिताभ शर्मा के मुताबिक, इस रूट पर ‘कवच’ उपलब्ध नहीं था।
दरअसल ट्रेन कोलिशन अवॉइडेंस सिस्टम (टीसीएएस) के नाम से देश में एक स्वचालित सुरक्षा प्रणाली विकसित की गई है। जिसे “कवच” नाम दिया गया है। सीधे शब्दों में कहें, यह लोकोमोटिव में स्थापित इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन डिवाइस का एक सेट है, जो सिग्नलिंग सिस्टम के साथ-साथ पटरियों पर ट्रेनों की स्पीट को नियंत्रित करने में सक्षम है।

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यह सिस्टम ट्रेन ड्राइवरों की भरोसे की साथी है। ऐसे में अगर ट्रेन का ड्राइवर कहीं स्पीड कंट्रोल करना या ब्रेक लगाना भूल जाता है तो कवच (Kavach ) प्रणाली ब्रेक इंटरफेस यूनिट द्वारा ट्रेन को कंट्रोल कर लेती है। इस सिस्टम को तीन भारतीय फर्मों के साथ संयुक्त रूप से डिजाइन और मानक संगठन द्वारा विकसित किया गया है।
कवच सिस्टम द्वारा प्रदान की जाने वाली अन्य विशेषताओं में फाटकों पर आटो सीटी बचाना या किसी जोखिम के मामले में अन्य ट्रेनों को कंट्रोल या सावधान करने के लिए आटो-मेनुअल SOS सिस्टम को तत्काल एक्टिव करना भी शामिल है। जिससे ट्रेनों का संचालन आसपास रोक दिया जाए। इसके अलावा कवच सिस्टम घने कोहरे, बारिश के दौरान खराब हुए मौसम के दौरान ट्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित करता है। यदि लोको पायलट ब्रेक लगाने में विफल रहता है तो भी यह सिस्टम स्वचलित रूप से ब्रेक लगाकर ट्रेन की स्पीड को नियंत्रित करती है।

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