मिचौंग तूफान के बाद तेल का रिसाव, कोस्ट गार्ड्स कर रहे हैं रोकने की कोशिश

Cyclone Michaung: तमिलनाडु चक्रवात मिचौंग की तबाही के बाद एर्नावुर चेन्नई इलाके में बाढ़ के पानी के साथ बड़े पैमाने पर तेल रिसाव की सूचना मिल गई है। जिसके बाद से राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रिसाव के स्रोत का पता लगाने की जांच कर रही है।फिलहाल तेल का रिसाव जारी है और कोसाथलैयार नदी के मुहाने से शहर की नालियों, एन्नोर खाड़ियों और पूरे तटीय समुद्री इलाके में फैल गया है।भारतीय तट रक्षक हेलीकॉप्टर ने नौ और 10 दिसंबर को इलाके की निगरानी की और बताया कि रिसाव कोसथलैयार नदी के मुहाने से लेकर कासिमेडु बंदरगाह तक समुद्र में लगभग 20 वर्ग किलोमीटर तक फैल गया है।एन्नोर से कासिमेडु बंदरगाह तक का तटीय इलाका मछली पकड़ने का घना इलाका है और हजारों लोगों की आजीविका का जरिया है। इलाके में तेल फैलने से पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले विनाशकारी प्रभाव पड़ सकते हैं और ईको सिस्टम को क्षति हो सकती है।

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तटरक्षक जहाजों और हेलीकॉप्टरों ने रविवार को रिसाव के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया और कमजोर तटीय ईको सिस्टम को बड़े नुकसान से बचा लिया।इस बीच आंतरिक भूमि क्षेत्र/क्रीक/नहर क्षेत्र में फंसे तेल को एसपीसीबी के हाल ही में घोषित तेल रिसाव आकस्मिक योजनाओं के तहत जवाब दिया जा रहा है। आंतरिक क्षेत्र की सफाई गतिविधियों में सहायता के लिए आईसीजी तेल रिसाव प्रतिक्रिया विशेषज्ञों को नियुक्त किया जा रहा है।

(Source PTI )

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