(प्रदीप कुमार )- om Birla इस मौके पर उत्तर-पूर्व में बीते दिनों हुए घटनाओं का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने कहा कि ये घटनायें मानवता और सामाजिक व्यवस्था के स्तर पर हमारे लिए बहुत दुखद है। किसी के साथ हमारा व्यवहार उसको किसी भी तरह की पीड़ा पहुंचाने वाला न हो, उसकी मान-मर्यादा को ठेस पहुंचाने वाला न हो, ऐसा हमारा प्रयास होना चाहिए और एक व्यक्ति के रूप में, एक समाज के रूप यह हमारा नैतिक कर्तव्य है…om Birla
स्पीकर बिरला ने क्षेत्र में शांति की अपील की और कहा कि शांति ही विकास का आधार है ।
कार्यक्रम में ‘उत्तर-पूर्व क्षेत्र को मुख्य भूमि भारत के बराबर लाने के लिए क्षेत्रीय कनेक्टिविटी’ की बात करते हुए ओम बिरला ने कहा कि उत्तर पूर्व में मुख्य भूमि के समकक्ष आने की आर्थिक क्षमता है। इसके लिए सबसे पहले आवश्यक है – बुनियादी ढांचे का विकास । इस सन्दर्भ में ओम बिरला ने पीएम गति शक्ति, उत्तर पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग का विस्तार, उड़ान योजना के तहत ऑपेरशनल हवाईअड्डों की संख्या में वृद्धि, दूरसंचार क्षेत्र, अंतर्देशीय जलमार्ग, वन अभयारण्य, औद्योगिक पार्क आदि कई परियोजनाओं का उल्लेख किया।
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यह विचार व्यक्त करते हुए कि उत्तर पूर्वी क्षेत्र व्यापक परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है ,बिरला ने कहा कि इस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास के अलावा एक्ट ईस्ट नीति के अंतर्गत क्षेत्रीय सहयोग और कनेक्टिविटी का ‘फोकल प्वाइंट’ बनाने के लिए भी प्रयास किया जा रहे हैं जिससे राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक स्तर पर क्षेत्रीय एकजुटता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि समग्र उत्तर पूर्व क्षेत्र अब एक व्यापक बदलाव की ओर बढ़ रहा है । सभी हितधारकों को इस बात पर ध्यान देना होगा कि विकास की प्रक्रिया में हम मानवीय मूल्यों और नैतिकता के मार्ग से विचलित न हों और अपनी परंपरा, अपनी विरासत, अपनी संस्कृति की रक्षा करें।