(प्रदीप कुमार )- श्रीलंका की संसद के अध्यक्ष, माननीय श्री महिंदा यापा अबेवर्धना के नेतृत्व में भारत यात्रा पर आए संसदीय शिष्टमंडल ने आज संसद भवन परिसर में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की।
ओम बिरला ने भारत यात्रा पर आए शिष्टमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि दोनों देश न केवल पड़ोसी हैं, बल्कि इतिहास, संस्कृति और लोकतांत्रिक मूल्य की साझी विरासत के कारण एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं । दोनों देशों में लोकतंत्र के महत्व का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि लोकतंत्र के साझे मूल्य प्रगति और एकता की दिशा में हमारा मार्गदर्शन करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लोकतांत्रिक सिद्धांतों के प्रति प्रतिबद्धता के फलस्वरूप हमारे समाज सशक्त हुए हैं , समावेशी शासन को बढ़ावा मिला है और यह सुनिश्चित हुआ है कि हमारे नागरिकों की आवाज़ विधायी कक्षों के भीतर उठाई जाए ।
ओम बिरला ने इस बात पर जोर दिया कि भारत के लिए श्रीलंका रणनीतिक दृष्टि से एक महत्वपूर्ण पड़ोसी देश है । आर्थिक रूप से और पर्यटन स्थल के रूप में, श्रीलंका भारत के विकास में एक महत्वपूर्ण भागीदार रहा है । अध्यक्ष महोदय ने आशा व्यक्त की कि दोनों देशों के बीच लंबे समय से विकसित हुए संबंध समय के साथ और मजबूत होंगे।
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ओम बिरला ने उन क्षेत्रों का उल्लेख भी किया जिनमें दोनों देश अधिक सहयोग की दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बौद्ध धर्म की साझा विरासत होने के कारण दोनों देशों में बौद्ध धर्म से संबंधित महत्वपूर्ण स्थल हैं जिससे दोनों देशों में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा । उन्होंने प्रौद्योगिकी, नवाचार के क्षेत्र में भारत की बढ़ती शक्ति का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारे देश के युवाओं ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । अध्यक्ष महोदय ने अपने श्रीलंकाई समकक्ष से भी युवाओं में शिक्षा और उद्यम की भावना को बढ़ावा देने का आग्रह किया।ओम बिरला ने देश के विकास में संसदों की भूमिका के बारे में भी विस्तार से बात की और शिष्टमंडल के सदस्यों से ऐसे कानून लाने का आग्रह किया, जिससे उनके देश में आर्थिक और सामाजिक विकास हो ।
अंत में बिरला ने यह आशा व्यक्त की कि भारत और श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय संबंध और मजबूत रहेंगे, जिससे आने वाले समय में दोनों देशों के संबंध और घनिष्ठ होंगे । भारत के आर्थिक विकास की सराहना करते हुए, श्रीलंका की संसद के अध्यक्ष माननीय महिंदा यापा अबेवर्धना ने अनेक क्षेत्रों में भारत द्वारा प्रदान की गई सहायता के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत की सहायता से बुनियादी सुविधाओं की अनेक परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं जिससे श्रीलंका के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा । उन्होंने भारत की शिक्षा प्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि श्रीलंका के छात्रों के साथ सहयोग से उन्हें अत्यधिक लाभ होगा।