Mauni Amavasya News: प्रयागराज महाकुंभ में मंगलवार रात मची भगदड़ की वजह से बुधवार सुबह शुरू होने वाला अखाड़ों का पारंपरिक अमृत स्नान का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया था। हालांकि मेला प्रशासन ने जल्द ही व्यवस्था दुरुस्त कर ली, जिससे बुधवार दोपहर करीब ढाई बजे अखाड़ों का अमृत स्नान शुरू हो गया।अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रमुख महंत रवींद्र पुरी के नेतृत्व में अखाड़ों का जुलूस स्नान के लिए संगम की ओर पैदल ही आगे बढ़ा।
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महंत रवींद्र पुरी ने कहा, “इस मौके पर सभी संतों, साधुओं और नागाओं ने पवित्र डुबकी लगाई। मैं मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) और प्रशासन को ऐसी व्यवस्था करने के लिए बधाई देता हूं।निरंजनी अखाड़े के प्रमुख आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने कहा देश का संत समाज, भारतीय सनातन संस्कृतियों के साथ खड़ा है।
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अमृत स्नान के दौरान संगम की ओर जा रहे साधु-संतों पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए गए।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अखाड़ों के साथ आम सहमति बन गई है कि वे घाटों पर भीड़ कम होने के बाद ही पवित्र स्नान करेंगे।परंपरा के अनुसार, तीन संप्रदायों ‘संन्यासी, बैरागी और उदासीन’ से संबंधित अखाड़े संगम घाट पर भव्य और विशाल जुलूस के बाद एक निर्धारित क्रम में पवित्र स्नान करते हैं।इस बीच, दोपहर तक बाकी घाटों पर स्थिति सामान्य हो गई और श्रद्धालु स्नान के लिए अंदर गए और जल्दी से जल्दी बाहर निकल आए।