प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुबह प्राकृतिक खेती सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने मां काली को लेकर हो रहे विवाद के बीच बड़ा बयान दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत पर मां काली का आशीर्वाद है। उन्होंने स्वामी आत्मस्थानंद जी के जयंती पर लोगो को सम्बोधित भी किया तथा उनके जीवन के बारे में बताया।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि हमारा जीवन, हमारा स्वास्थ्य, हमारा समाज सबके आधार में हमारी कृषि व्यवस्था ही है। पीएम ने कहा कि भारत तो स्वभाव और संस्कृति से कृषि आधारित देश ही रहा है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे हमारा किसान आगे बढ़ेगा, हमारी कृषि उन्नत और समृद्ध होगी, वैसे-वैसे हमारा देश आगे बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि जब आप प्राकृतिक खेती करते हैं तो आप धरती माता की सेवा करते हैं, मिट्टी की क्वालिटी, उसकी उत्पादकता की रक्षा करते हैं। और प्रकृति और पर्यावरण की सेवा करते हैं। उन्होंने कहा कि जब आप प्राकृतिक खेती से जुड़ते हैं तो आपको गौमाता की सेवा का सौभाग्य भी मिलता है।
Read also: NDA Leaders Meeting: राष्ट्रपति चुनाव के पहले NDA नेताओं की बैठक, पीएम मोदी भी हो सकते हैं शामिल
इस कार्यक्रम में जहाँ पीएम मोदी ने कहा की सन्यासी के लिए जीव सेवा में प्रभु को देखना तथा शिव को देखना ही सर्वापरि है। स्वामी आत्मस्थानंद जी के जयंती पर लोगो को सम्बोधित भी किया तथा उन्होंने कहा की स्वामी आत्मस्थानानंद जी ने सन्यास के स्वरुप यही जीवन जिया है। 21 मई, 1919 को बंगाल प्रेसिडेंट के दिनाजपुर में स्वामी आत्मस्थानंद भिक्षु थे। उन्होंने जनवरी,1938 को रामकृष्ण मिशन के तत्कालीन अध्यक्ष स्वामी विवेकानंद से आध्यात्मिक दीक्षा प्राप्त की।
वहीं उन्होंने स्वामी रामकृष्ण परमहंस को माँ काली का परम भक्त बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वामी रामकृष्ण परमहंस, एक ऐसे संत थे जिन्होंने मां काली का स्पष्ट साक्षात्कार किया था, जिन्होंने मां काली के चरणों में अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया था। वो कहते थे- ये सम्पूर्ण जगत, ये चर-अचर, सब कुछ माँ की चेतना से व्याप्त है। यही चेतना बंगाल की काली पूजा में दिखती है।
पीएम मोदी के बयान के बाद ममता बनर्जी बीजेपी पर हमलावर हो गई है। बीजेपी के आईटी सेल के इंचार्ज अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा कि ममता बनर्जी मां काली के अपमान को लेकर महुआ मोइत्रा पर कार्रवाई नहीं करेंगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी को मुस्लिम वोट कटने का डर है।