(प्रदीप कुमार): संसद में अडानी पर आई हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर आज भी विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। इससे दोनों सदनों में कार्यवाही नहीं चल सकी।भारी हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा को सोमवार 6 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दिया गया। संसद में आज भी गतिरोध बना रहा। संसद की कार्यवाही शुरू होने ही दोनों सदनों में विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान लगातार विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते रहे। ‘वी वॉन्ट जेपीसी’ के नारे लगे। इस दौरान स्पीकर ओम बिरला ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के लिए विपक्षी सदस्यों से शांति बनाए रखने की अपील की।स्पीकर ने कहा कि ‘नारेबाजी करना सदन की मर्यादा के अनुकूल नहीं है।’ लगातार नारेबाजी के बीच स्पीकर ओम बिरला ने सदन को पहले 2 बजे और उसके बाद सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया।
राज्यसभा में भी अडानी पर आयी हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर जोरदार हंगामा हुआ।इस दौरान सभापति जगदीप धनखड़ ने सदस्यों से कहा कि सदन में चर्चा तभी हो सकती है जब शांति रहे। सभापति ने कहा कि नियम 267 के तहत नोटिस में बार-बार गड़बड़ियां हो रही हैं। सभापति धनकड़ ने कहा कि सदन में रोज-रोज यही नजारा देखने को मिल रहा है। एक बार स्थगित होने के बाद 2.30 बजे दोबारा शुरू हुई राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ के तेवर और भी तीखे रहे। नारेबाजी के बीच, सभापति ने आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह का नाम लेकर चेतावनी दी। सभापति धनकड़ ने कहा कि अगर अनुशासनहीनता इसी तरह जारी रही तो वे कार्रवाई को मजबूर होंगे। इसके बाद सभापति ने सोमवार तक के लिए राज्यसभा को स्थगित कर दिया।
संसद में गतिरोध को लेकर सदन के बाहर विपक्ष के नेताओ ने कहा कि वे चाहते हैं कि जो शेयर मार्केट गिर रहा हैं उसपर चर्चा हो, जनता का पैसा LIC,SBI और अन्य सरकारी संस्थानों में है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि संसद सोमवार तक के लिए स्थगित हो गई क्योंकि विपक्ष PM से जुड़े अडानी मुद्दे पर JPC की मांग कर रहा है,जिसके कारण करोड़ों भारतीयों की बचत खतरे में है।सरकार कह रही है कि सांसद जनता के पैसे की बर्बादी कर रहे हैं।इस महाघोटाले से पिछले कुछ दिनों में लोगों के करोड़ों रुपए डूबे,उसका क्या?
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संसद में गतिरोध को लेकर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्ष को निशाने पर लिया। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सरकार का इस मामले से कोई लेना देना नहीं है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा प्राथमिकता रहती है। विपक्ष के पास कोई और मुद्दा नहीं है। बहरहाल अडानी पर आई हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने संसद में टकराव बढ़ा दिया है।