पलवल जिला के गांव बघौला में स्कूल जाते वक्त बच्चों को जान हथेली पर रखकर हाईवे पार करना पड रहा है। जब तक बच्चे स्कूल से लौट न आएं। तब तक बच्चे व उनके अभिभावकों को चिंता सताए रहती है। हाईवे से सटे इस हाई स्कूल का नया भवन बनाए जाने के बाद यहां क्लॉस लगनी शुरू हो गई हैं, जिसमें 300 से अधिक बच्चे शिक्षा ग्रहण करने पहुंचते हैं। लेकिन स्कूल जाने के लिए न तो हाईवे पर कोई कट है और न ही फुट ओवरब्रिज। ऐसे में बच्चों को हाईवे पर तेज रफ्तार में दौडते वाहनों से बच पाना बेहद मुश्किल भरा रहता है। पुलिस की ओर से यहां बच्चों को हाईवे पार कराने की कोई व्यवस्था नहीं है। इससे यहां कभी भी बडा हादसा हो सकता है।
एनएच 19 से सटा यह हाई स्कूल। हाईवे पर तेज रफ्तार पर दौडते वाहन दिखाई दे रहे हैं। हाईवे से सटा है यह सरकारी स्कूल। दोपहर बाद की छुट्टी के वक्त स्कूल के शिक्षक बच्चों को हाईवे पार कराते हैं, लेकिन उनके रूकने का इशारा करने के बावजूद चालक वाहनों की गति को कम तक नहीं कर पाते। इससे बच्चों को जान हथेली पर रखकर हाईवे पार करना होता है। यहां पुलिस प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं। इससे बच्चे व उनके अभिभावक किसी अनहोनी की आशंका से घबराए रहते हैं।
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कुछ अभिभावक तो हर रोज अपने बच्चों स्कूल से लाने व छोडने के लिए जाते हैं। वही स्कूल की हेड संतोष की माने तो उन्होंने पुलिस प्रशासन के नाम एक एप्लीकेशन बघौला पुलिस चौकी को दी, लेकिन उन्होंने स्टॉफ कम होने की बात कही है। बच्चों की सुरक्षा की दृष्टि से छुट्टी के वक्त उनके शिक्षक लाइन निकलवाकर बच्चों को हाईवे पार कराते हैं। सुबह के वक्त खुद पैरेंटस बच्चों को छोडने पहुंचते हैं। वही अभिभावको का कहना है कि बच्चों को रोड पार कराना होता है। पुलिस की ओर से कोई इंतजाम नहीं। हाईवे पार कराना राम भरोसे हैं। हर दिन बच्चों को स्कूल जाना व छोडना बहुत मुश्किल है। पुलिस का इंतजाम नहीं। काफी परेशानी हो रही है।