जातीय सर्वेक्षण किसी समुदाय के खिलाफ नहीं बल्कि पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए – पप्पू यादव

Pappu Yadav on Caste- जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने मंगलवार को राज्य में जाति सर्वेक्षण कराने के लिए बिहार सरकार की सराहना की।पप्पू यादव ने देशभर में जाति सर्वेक्षण कराने की बात भी की। पप्पू यादव ने कहा कि पूरे देश में जाति सर्वेक्षण होना चाहिए और उसके बाद परिसीमन करना चाहिए। उन्होंने कहा जाति सर्वेक्षण किसी जाति के खिलाफ नहीं है और इसमें कोई राजनीति नहीं है।

बिहार में नीतीश कुमार सरकार ने सोमवार को जाति सर्वेक्षण के नतीजे जारी किए। इस सर्वेक्षण से पता चला है कि ओबीसी और इकोनॉमिक बैकवर्ड क्लास (ईबीसी) राज्य की कुल आबादी का 63 फीसदी हैं। बिहार के मुख्य सचिव विवेक सिंह ने जातिगत जनगणना की रिपोर्ट जारी की।

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पप्पू यादव ने कहा कि पूरे देश में जाति जनगणना आप लाइए और जाति जनगणना करके आप परिसीमन करिए। परिसीमन के बाद आप अत्यंत पिछड़ा, ओबीसी, एसटी और एससी महिलाओं को आरक्षण करिए। ये सोच बाबा साहब अंबेडकर की थी। ये सोच जेपी की थी, लोहिया की थी, ये सोच पटेल की थी। आप पटेल को भूल जाएंगे। बाबा साहब अंबेडकर को भूल जाएंगे। गोडसे को मानने वाले लोग तो आप एक्सेप्ट करिए और इससे किसी ऊंची जाति या पिछली जाति में कोई भेदभाव नहीं है। जाति जनगणना किसी जाति धर्म वर्ग के खिलाफ नहीं है। जाति जनगणना राजनीति का कोई मतलब नहीं है। जाति जनगणना आर्थिक, शैक्षणिक, सामाजिक और राजनीति हिस्सेदारी और भागीदारी समान है।

आंकड़ों के अनुसार, राज्य की कुल जनसंख्या 13.07 करोड़ से कुछ ज्यादा है और इसमें अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36 प्रतिशत आबादी के साथ सबसे बड़ा सामाजिक वर्ग है। इसके बाद अन्य पिछड़ा वर्ग की आबादी 27.13 प्रतिशत है।

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