Mother’s message Arjun Babuta: पेरिस ओलंपिक में पुरुष शूटिंग में आज अच्छी खबर नहीं आई। 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में अर्जुन बाबुता फाइनल मैच में खेल रहे थे। वह टॉप तीन में जगह हासिल करने में नाकाम रहे और भारत मेडल से चूक गया। ये खबर सुनकर परिजनों ने बड़ा दिया । अर्जुन बाबूता की मां दीप्ति बबूता ने कहा कि उन्हें पेरिस ओलंपिक में बेटे की कोशिशों पर गर्व है। अर्जुन बबूता ने पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल के फाइनल में चौथा स्थान हासिल किया है।दीप्ति बबूता ने बेटे को इमोशनल मैसेज में कहा कि जीवन में अभी कई और संघर्ष करने हैं, और आपको लगातार कोशिश करते रहना है और हिम्मत नहीं हारनी है।
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भारत के स्टार शूटर अर्जुन बबुता पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में पदक से चूक गए और मुकाबले में चौथे पायदान पर रहे। अर्जुन बबूता ने कुल 208.4 अंक बनाए।क्रोएशिया के मिरान मैरिकिक के 10.7 अंकों के जवाब में 9.5 अंकों ने पोडियम पर पहुंचने की उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।25 साल के अर्जुन ने फाइनल की शुरुआत 10.7 अंकों से की और उसके बाद 10.2 अंकों के साथ फाइनल में जगह बनाई।
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10.5 के तीसरे शॉट ने उन्हें चौथा स्थान मिला। जबकि चौथे प्रयास में 10.4 के स्कोर ने उन्हें तीसरे स्थान पर पहुंचा दिया। उन्होंने पहली सीरीज 10.6 के दम पर पूरी की।उन्होंने दूसरी सीरीज की शुरुआत 10.7 से की, उसके बाद 10.5 और पहली एलिमिनेशन सीरीज के दूसरे शॉट में करीब परफेक्ट 10.8 का स्कोर बनाया।इस कोशिश ने उन्हें दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया, जबकि उनके और चीनी शेंग लिहाओ के बीच का अंतर 0.1 अंक रह गया।हालांकि, वे अपनी फॉर्म बरकरार नहीं रख पाए और मेडल से चूक गए।लिहाओ ने 252.2 के ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ फर्स्ट रैंक हासिल की। स्वीडन के विक्टर लिंडग्रेन ने 251.4 के स्कोर के साथ सिल्वर मेडल जीता और क्रोएशिया के मिरान मैरिसिक (230) तीसरे पायदान पर रहे।