PM मोदी ने SCO शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की,आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने का किया आह्वान

(प्रदीप कुमार ) – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शंघाई सहयोग संगठन SCO के वर्चुअली शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की। इस दौरान पीएम मोदी ने आतंकवाद को क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए खतरा बताया और SCO देशों से इस खतरे से मिलकर लड़ने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज SCO के वर्चुअल शिखर सम्मेलन की मेजबानी की ज‍िसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ समेत सदस्य देशों के राष्ट्र प्रमुख भी मौजूद रहे।इस दौरान PM मोदी ने एक बार फिर आतंकवाद से वैश्विक शांति को खतरे की ओर ध्यान दिलाते हुए इस पर निर्णायक कार्रवाई का आह्वान किया। पीएम मोदी ने कहा कि हमें सीमा पार आतंकवाद को हथियार की तरह इस्तेमाल करने वाले देशों की आलोचना करने में संकोच नहीं करना चाहिए।

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पीएम मोदी ने अफगानिस्तान का मुद्दा भी उठाया और कहा कि भारत पड़ोसी देश में समावेशी सरकार और महिलाओं व बच्चों के अधिकारों का समर्थक है।पीएम मोदी ने कहा कि भारत नहीं चाहता कि अफगानिस्तान दूसरे देशों में अस्थिरता का कारण बने। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने दुनिया पर छाए खाद्य, तेल और उर्वरक संकट का मुद्दा भी उठाया।पीएम मोदी ने कहा कि हमें मिलकर विचार करना चाहिए कि संगठन के रूप में हम लोगों की अपेक्षा और आकांक्षाओं को पूरा कर रहे हैं। क्या हम आधुनिक चुनौतियों को सामना करने में सक्षम हैं और क्या SCO एक ऐसा संगठन बन रहा है,जो भविष्य के लिए पूरी तरह से तैयार है? अपने शुरुआती संबोधन में PM मोदी ने कहा कि पिछले दो दशक में एशियाई क्षेत्र में SCO शांति, प्रगति और विकास का महत्वपूर्ण मंच रहा है। हम इसे केवल एक विस्तृत पड़ोस नहीं बल्कि एक विस्तृत परिवार के तौर पर देखते हैं।
रूस में वैगनर विद्रोह के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पहली बार किसी वैश्विक शिखर सम्मेलन को संबोधित किया।रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद द‍िया है।  विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने SCO सम्मिट को लेकर कई अहम जानकारियां दी है।पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने SCO में सहयोग के 5 नए आयाम तैयार किए हैं। इसमें स्टार्टअप और इनोवेशन, परंपरागत चिकित्सा, युवा सशक्तिकरण, डिजिटल समावेशन और साझा बौद्ध विरासत शामिल है। इस दौरान पीएम मोदी ने यह कहा कि यूएन सहित अन्य संस्थानों में भी सुधार के लिए एससीओ एक महत्वपूर्ण आवाज बन सकता है। पीएम मोदी ने ईरान को नए सदस्य के तौर पर SCO में शामिल होने पर बधाई दी।

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