( सत्यम कुशवाह ), दिल्ली- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया है। इस दौरान उन्होंने संसद में कांग्रेस के हमलों पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। उन्होंने ये भी कहा कि हमारे कार्यकाल के ये 10 साल बड़े और निर्णायक फैसलों के लिए हमेशा याद रखे जाएंगे।
पीएम मोदी ने संसद में गरजते हुए कहा कि “मैं खड़गे जी का विशेष आभार प्रकट करता हूं। मैं उस दिन इन्हें बहुत ध्यान और आनंद से सुन रहा था। लोकसभा में मनोरंजन की जो कमी हमें खल रही थी, वो इन्होंने पूरी कर दी थी। हम बड़े धैर्य और नम्रता के साथ आपके एक-एक शब्द को सुनते रहे हैं। लेकिन आप आज भी न सुनने की तैयारी के साथ आए हैं। परंतु मेरी आवाज को आप दबा नहीं सकते। देश की जनता ने इस आवाज को ताकत दी है। इसलिए मैं भी इस बार पूरी तैयारी के साथ आया हूं। पश्चिम बंगाल से चुनौती आई है कि कांग्रेस 40 पार नहीं कर पाएगी। मैं प्रार्थना करता हूं कि आप 40 बचा पाएं।
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पीएम मोदी ने कहा जिस कांग्रेस ने सत्ता के लालच में सरेआम लोकतंत्र का गला घोंट दिया था, जिस कांग्रेस ने दर्जनों बार लोकतांत्रिक तरीके से आई सरकारों को रातों-रात बर्खास्त कर दिया था, जिस कांग्रेस ने अखबारों पर भी ताले लगाने की कोशिश की थी, अब देश को तोड़ने का नैरेटिव उस कांग्रेस ने गढ़ना शुरू कर दिया है। अब देश को उत्तर-दक्षिण में तोड़ने के बयान दिए जा रहे हैं। जिस कांग्रेस ने OBC को पूरी तरह कभी आरक्षण नहीं दिया, जिसने सामान्य वर्ग के गरीबों को कभी आरक्षण नहीं दिया, जिसने बाबा साहब को भारत रत्न के योग्य नहीं माना, केवल अपने परिवार को भारत रत्न देते रहे। वो अब हमें उपदेश दे रहे हैं, वो अब हमें सामाजिक न्याय का पाठ पढ़ा रहे हैं। जिस कांग्रेस के अपने नेता की कोई गारंटी नहीं है, वो मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा ” कांग्रेस ने नैरेटिव फैलाया, जिसका परिणाम हुआ कि भारत की संस्कृति और संस्कारों को मानने वाले लोगों को बड़े हीन भाव से देखा जाने लगा। इस प्रकार हमारे अतीत के साथ अन्याय किया गया। इसका नेतृत्व कहां होता था, ये दुनिया भलीभांति जानती है।
पीएम मोदी ने कहा ” राष्ट्रपति जी ने अपने अभिभाषण में विस्तार से 4 सबसे बड़ी जातियों के विषय में हम सबको संबोधित किया था। ये 4 जातियां हैं – युवा, नारी, गरीब और हमारे अन्नदाता। हम जानते हैं कि इनकी समस्याएं और सपने एक समान है। इन चारों वर्गों की समस्याओं के समाधान के रास्ते भी एक समान ही हैं।