(प्रदीप कुमार): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 जनवरी को सुबह 10.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज-एमवी गंगा विलास को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे और वाराणसी में टेंट सिटी का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम के दौरान 1000 करोड़ रुपये से अधिक की कई अन्य अंतर्देशीय जलमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे।
* गंगा विलास क्रूज की रवानगी की पूर्व संध्या,12 दिसंबर को ’कर्तव्य गंगा’ का अहसास कराएंगे शंकर महादेवन
* काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में होगा कार्यक्रम
* गंगा विलास क्रूज पर सवार पर्यटक भी होंगे शामिल
एमवी गंगा विलास के साथ दुनिया की सबसे लंबी नदी क्रूज यात्रा के शुभारंभ की पूर्व संध्या पर संस्कृति मंत्रालय द्वारा 12 जनवरी को वाराणसी में सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘सुर सरिता – सिम्फनी ऑफ गंगा’ का आयोजन किया जा रहा है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में आयोजित इस कार्यक्रम में देश के प्रख्यात गायक शंकर महादेवन अपनी प्रस्तुति देंगे। संगीत कार्यक्रम के दौरान गंगा विलास क्रूज में यात्रा करने वाले पर्यटकों सहित अन्य गणमान्य लोग सुर तरंगिनियों का आनंद लेने के साथ-साथ, मां गंगा के महत्व तथा उनके प्रति अपनी जिम्मेदारियों से भी परिचित होगें। यह सुर संध्या यह अहसास कराएगा की माँ गंगा कैसे हर भारतीय तथा संपूर्ण मानवता के लिए है एक देवी के रूप में पूजनीय है।
गंगा विलास क्रूज 51 दिनों की यात्रा में उत्तर प्रदेश, बिहार, बांग्लादेश और असम को पार करेगा। इन जगहों पर नदी से जुड़ी पौराणिक कथाओं और किंवदंतियों का अपना इतिहास रहाहै। इसको देखते हुए इस संगीत कार्यक्रम में अलग-अलग राज्यों से अलग-अलग फ्लेवर देने के लिए गानों को चुना गया है। असम, बिहार और बंगाल के लोक संगीतकार गंगा, यमुना और ब्रह्मपुत्र नदियों को श्रद्धा भाव प्रदर्शित करने के लिए लोकप्रिय गायक शंकर महादेवन के साथ शामिल होंगे। तकरीबन एक घंटे के शो का समापन शंकर महादेवन की ’कर्तव्य गंगा’ की स्तुति के साथ होगा।
’कर्तव्य गंगा’ नदी देवी से वादा करता है कि हर भारतवासी हमेशा उसकी देखभाल करेगा। उसके जल की रक्षा के लिए हम सबलोग सब कुछ करेंगे जैसे वह हमेशा हमारी रक्षा करती रही है। कार्यक्रम के दौरान ऑडियो-विजुअल प्रस्तुति के माध्यम से नदी, और उसकी चिरस्थायी प्रासंगिकता को प्रदर्शित किया जाएगा।
एमवी गंगा विलास उत्तर प्रदेश के वाराणसी से अपनी यात्रा शुरू करेगा और 51 दिनों में लगभग 3,200 किलोमीटर की यात्रा करके भारत और बांग्लादेश में 27 नदी प्रणालियों को पार करते हुए बांग्लादेश के रास्ते असम के डिब्रूगढ़ तक पहुंचेगा। एमवी गंगा विलास में सभी लक्जरी सुविधाओं के साथ तीन डेक, 36 पर्यटकों की क्षमता वाले 18 सुइट हैं। पहली यात्रा में स्विट्जरलैंड के 32 पर्यटक पूरी यात्रा के लिए जा रहे हैं।
वाराणसी में टेंट सिटी-
क्षेत्र में पर्यटन की संभावनाओं का दोहन करने के लिए गंगा नदी के तट पर टेंट सिटी की परिकल्पना की गई है। यह परियोजना शहर के घाटों के सामने विकसित की गई है जो विशेष रूप से काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन के बाद से वाराणसी में रहने की सुविधा प्रदान करेगी और पर्यटकों की बढ़ती संख्या को पूरा करेगी। इसे सार्वजनिक निजी भागीदारी के प्रारूप में वाराणसी विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित किया गया है। पर्यटक आसपास के विभिन्न घाटों से नावों द्वारा टेंट सिटी पहुंचेंगे। टेंट सिटी हर साल अक्टूबर से जून तक जारी रहेगी और बारिश के मौसम में नदी के जल स्तर में वृद्धि के कारण तीन महीने के लिए हटा दी जाएगी।