नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को छह राज्यों के मुख्यमंत्रियों से उनके राज्यों में कोविड-19 की ताजा स्थिति पर चर्चा की।
जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येद्दियुरप्पा, ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से शामिल हुए।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख भाई मंडाविया भी इस बैठक में उपस्थित थे।
पीएम मोदी ने कहा कि शुरुआत में विशेषज्ञ ये मान रहे थे कि जहां से सेकंड वेव की शुरुआत हुई थी, वहां स्थिति पहले नियंत्रण में होगी। लेकिन महाराष्ट्र और केरल में मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है।
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बढ़ते हुए मामले देश के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। Test, Track, Treat और टीका की हमारी रणनीति फोकस करते हुए ही हमें आगे बढ़ना है।
Micro-containment zones पर हमें विशेष ध्यान देना होगा। जिन जिलों में positivity rate ज्यादा है, जहां से केस ज्यादा आ रहे हैं, वहाँ उतना ही ज्यादा फोकस भी होना चाहिए।
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद का सिलसिला शुरु किया। मंगलवार को पीएम मोदी ने कोरोना की मौजूदा स्थिति को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की थी।
इस दौरान पीएम ने कहा था कि ये सही है कि कोरोना की वजह से टूरिज्म, व्यापार-कारोबार बहुत प्रभावित हुआ है लेकिन, हिल स्टेशंस में, मार्केट्स में बिना मास्क पहने, भारी भीड़ उमड़ना ठीक नहीं है।
इस बैठक में असम, नगालैंड, त्रिपुरा, सिक्किम, मणिपुर, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम के मुख्यमंत्रियों के साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और अन्य लोग शामिल हुए थे।