(प्रदीप कुमार): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से केंद्र-राज्य विज्ञान सम्मेलन का उद्घाटन किया।दो दिवसीय कॉन्क्लेव का आयोजन साइंस सिटी,अहमदाबाद में किया जा रहा है। इसमें एसटीआई विजन 2047 सहित विभिन्न विषयगत क्षेत्रों पर सत्र शामिल होंगे।उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने अपना संबोधन भी दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान’ के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘हमें इस ‘अमृत काल’ में भारत को रिसर्च और इनोवेशन का इंटरनेशनल सेंटर बनाने के लिए अलग-अलग मोर्चों पर एकसाथ काम करना होगा
पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी के भारत के विकास में विज्ञान उस ऊर्जा की तरह है जिसमें हर क्षेत्र के विकास को, हर राज्य के विकास को गति देने का सामर्थ्य है। आज जब भारत चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने की तरफ बढ़ रहा है तो उसमें भारत की साइंस और इस क्षेत्र से जुड़े लोगों की भूमिका बहुत अहम है।
पीएम मोदी ने कहा कि इस अमृतकाल में भारत को रिसर्च और इनोवेशन का ग्लोबल सेंटर बनाने के लिए हमें एक साथ अनेक मोर्चों पर काम करना है। अपनी साइंस और टेक्नॉलॉजी से जुड़ी रिसर्च को हमें लोकल स्तर पर लेकर जाना है। नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकारों को ज्यादा से ज्यादा वैज्ञानिक संस्थानों के निर्माण पर और प्रक्रियाओं को सरल करने पर बल देना चाहिए। राज्यों में जो उच्च शिक्षा के संस्थान हैं, उनमें नवाचार प्रयोगशालाओं की संख्या भी बढ़ाई जानी चाहिए।
Read Also – आप नेता गोपाल राय ने की बैठक, लंपि वायरस पर जताई चिंता
पीएम मोदी ने कहा कि अगर हम पिछली शताब्दी के शुरुआती दशकों को याद करें तो पाते हैं कि दुनिया में किस तरह तबाही और त्रासदी का दौर चल रहा था। लेकिन उस दौर में भी बात चाहे पूर्व की हो या पश्चिम की, हर जगह के वैज्ञानिक अपनी महान खोज में लगे हुए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पश्चिम के वैज्ञानिकों का जिक्र करते हुए कहा कि उसी दौर में सीवी रमन, जगदीश चंद्र बोस, सत्येंद्रनाथ बोस, मेघनाद साहा, एस चंद्रशेखर समेत कई वैज्ञानिक अपनी नई-नई खोज सामने ला रहे थे।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार विज्ञान आधारित विकास की सोच के साथ काम कर रही है। 2014 के बाद से साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में निवेश में काफी वृद्धि की गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार के प्रयासों के चलते ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में भारत की रैंकिंग 2015 में 81 के मुकाबले बेहतर होकर 46 हो गई है।
Top Hindi News, Latest News Updates, Delhi Updates,Haryana News, click on Delhi Facebook, Delhi twitter and Also Haryana Facebook, Haryana Twitter.
