Political News: दिल्ली चुनाव से पहले, तिलक नगर इलाके में रहने वाले अफगानिस्तान के कई सिख प्रवासियों को नागरिकता संशोधन अधिनियम यानी सीएए के तहत भारतीय नागरिकता मिल चुकी है। इनमें से कुछ को उनके मतदाता पहचान पत्र मिल भी गए हैं और वो वोट डाल सकते हैं। हालांकि कुछ प्रवासी सिखों को मतदाता पहचान पत्र मिलने का अब भी इंतजार है। Political News:
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बता दें, “मिनी काबुल” के नाम से मशहूर तिलक नगर में कई सिख परिवार रहते हैं। इनमें से कुछ लोग अफगानिस्तान से भारत आए थे। अफगानिस्तान से लौटकर तिलक नगर में रह रहे सब लोग खुश नहीं है। उत्पीड़न की वजह से देश छोड़कर भागे अफगान मुसलमानों को अनिश्चित भविष्य का सामना करना पड़ रहा है। सीएए के तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को ही नागरिकता देने का प्रावधान है इसलिए अफगानी मुस्लिमों को नागरिकता नहीं मिली है।
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कुछ अफगान सिख भी सालों पहले आवेदन करने के बावजूद नागरिकता का इंतजार कर रहे हैं। शरणार्थियों के लिए काम करने वाले एक संगठन के मुताबिक अभी तक केवल 10 फीसदी नागरिकता आवेदनों पर ही कार्रवाई की गई है। जिन अफगान सिखों को भारतीय नागरिकता दी गई है, उनके लिए ये उम्मीदों और मौकों से भरे एक नए अध्याय की शुरुआत है। जबकि बाकी लोग उम्मीद लगाए हुए हैं कि उन्हें भी मतदान का लोकतांत्रिक अधिकार मिल जाए।
