दिल्ली के लोगों इस कड़ाके की ठंड और कोहरे से काफी परेशान है .लेकिन दो -तीन दिन से इस कड़ाके की ठंड से राहत मिली है. दिल्ली में आज यानी बुधवार को अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.वहीं हवा की क्वालिटी में काफी सुधार हुआ और एक्यूआई ‘मध्यम’ श्रेणी में आ गई. अब सोचिए कि जो लोग पहाड़ों और बर्फिली जगहों पर रह रहे होंगे उनके साथ क्या हुआ होगा.इतनी ठंड होने पर हर चीज जम जाती है. कभी आपने ये सोचा है कि इतनी ठंड होने पर मनुष्य का खून जमने लगाता है. चलिए हम आपको इस आर्टिकल मे बताते हैं कि कितने डिग्री पर मनुष्य का खून जमता है.
कितने तापमान पर जमता है खून
पानी के बारे में तो सबको पता है कि यह जीरो डिग्री सेल्सियस पर पहुंचते ही जमने लगता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक इंसान का खून कितने डिग्री सेल्सियस पर जमना शुरू हो जाता है.
सीपीआर फर्स्ट एड की एक रिपोर्ट की मानें तो इंसान का खून अगर शरीर से बाहर है तो वो माइनस 2 डिग्री सेल्सियस और माइनस तीन डिग्री सेल्सियस पर जमना शुरू हो जाएगा.वहीं अगर खून शरीर के अंदर है तो वह इतनी आसानी से नहीं जमेगा. इंसान जब तक जीवित है उसका खून शरीर के अंदर नहीं जम सकता. खून का जमना तभी संभव है जब इंसान की मौत हो जाए.
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दरअसल, इंसान गर्म खून का जीव है. यही वजह है कि वो माइनस डिग्री सेल्सियस में भी जीवित रहता है. इस दुनिया में ऐसी कई जगहें हैं जहां का तापमान शून्य से भी नीचे है. लेकिन इंसान वहां भी रह रहे हैं और जीवित हैं.
हालांकि, जब ठंड हद से ज्यादा बढ़ने लगती है तो इंसान के शरीर के कुछ अंग काम करना बंद कर देते हैं. फिर धीरे-धीरे इंसान हाइपोथर्मिया का शिकार हो जाता है. ऐसी स्थिति में अगर इंसान को सही समय पर गर्मी नहीं दी गई तो उसकी जान भी जा सकती है.