दिल्ली। (रिपोर्ट- तरुण कालरा) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर से देश की अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर आज बड़ा हमला किया है। राहुल गांधी ने भारतीय रिजर्व बैंक की एक ताजा रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि ध्यान भटकाने से नहीं, बल्कि खर्च बढ़ाने और गरीबों के हाथों में पैसे देने से अर्थव्यवस्था पटरी पर आएगी।
भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि आर्थिक गतिविधियों में गिरावट चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भी जारी रह सकती है। आरबीआई ने कहा कि मई और जून माह के दौरान आर्थिक गतिविधियों में जो बढ़त देखी गई थी, वह कोरोना वायरस महामारी को नियंत्रित करने के लिये फिर से लगाये गये लॉकडाउन के कारण अपनी बढ़त खो बैठी हैं। आरबीआई की इस रिपोर्ट के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि वह जो महीनों से कह रहे हैं उसकी पुष्टि आरबीआई ने कर दी है।
RBI ने भी उस बात की पुष्टि कर दी जिसकी मैं महीनों से चेतावनी दे रहा हूँ।
ज़रूरी है कि सरकार:
खर्च बढ़ाए, उधार नहीं
गरीबों को पैसा दे, न कि उद्योगपतियों को टैक्स-कटौती
खपत से अर्थव्यवस्था को फिर शुरू करे।मीडिया द्वारा ध्यान भटकाने से न गरीबों की मदद होगी, न आर्थिक आपदा सुलझेगी। pic.twitter.com/j7KKyQB3Es
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 26, 2020
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, कि जिस बारे में वे महीनों से आगाह कर रहे थे, उसकी पुष्टि अब खुद आरबीआई ने कर दी है। सरकार को अब ज्यादा खर्च करने की जरूरत है, कर्ज देने की जरूरत नहीं है। गरीब को पैसा दीजिए, उद्योगपतियों के कर में कटौती नहीं। खपत से अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाइए। उन्होंने कहा कि मीडिया के जरिए भटकाने से गरीबों की मदद नहीं होगी और न ही आर्थिक त्रासदी गायब होगी। केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस को काबू में रखने के लिये 25 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन लगाया था। जिसके बाद मई में इस लॉकडाउन में आंशिक छूट दी गई, उसके बाद लगातार विभिन्न चरणों में हटाया गया है। लेकिन कुछ राज्यों में कोविड- 19 का प्रसार बढ़ने की वजह से फिर से लॉकडाउन लगाया गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक की मंगलवार को जारी वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि अब तक प्राप्त त्वरित आंकड़ों से जो संकेत मिलता है वह गतिविधियों में कमी आने की तरफ इशारा करते हैं। यह अपने आप में अप्रत्याशित है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय 31 अगस्त को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद के अनुमान जारी करेगा। बहरहाल रिजर्व बैंक ने अपनी सालाना रिपोर्ट में आर्थिक वृद्धि के बारे में कोई अनुमान नहीं दिया है।