राजस्थान में पिछले एक महीने से ज्यादा से चल रहा सियासी घमासान अब थमता दिखाई दे रहा है। शुक्रवार से शुरु हुए विधानसभा सत्र में गहलोत सरकार पर मंडरा रहे संकट के बाद छठ गए और राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विश्वास मत हासिल कर लिया है। गहलोत सरकार ने 123 के मुकाबले 75 वोटों से विश्वास मत जीत लिया। गौरतलब है कि कांग्रेस से सचिन पायलट के बागी तेवर अपनाने के बाद राज्य में अशोक गहलोत की सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे थे।
बता दें कि विधानसभा में राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने विश्वास मत जीत लिया है। ध्वनि मत से विश्वास प्रस्ताव पारित किया गया है। इसके बाद कांग्रेस विधायकों में खुशी की लहर देखी गई। वहीं अब राजस्थान में 21 अगस्त तक सदन को स्थगित किया गया है।
Congress wins the trust vote in Rajasthan Assembly.#SatyamevaJayate #DilSeCongress pic.twitter.com/Nf1yJ4gfP2
— Zeeshan Siddique (@zeeshan_iyc) August 14, 2020
विश्वास हासिल करने के दौरान हुई बहस में सीएम गहलोत ने केंद्र पर निशाना साधा। सदन में सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स जैसे विभाग का क्या देश में दुरुपयोग नहीं हो रहा है? जब आप फोन पर बात करते हैं तो क्या आप दूसरे व्यक्ति से नहीं कहते कि आपको फेसटाइम और वाट्सएप पर ज्वाइन करूंगा? क्या लोकतंत्र में ये अच्छी बात है?
क्या बोले सचिन पायलट ?
जबकि, सचिन पायलट ने कहा कि बहस के दौरान चर्चा सरकार के गुण-अवगुण पर होनी चाहिए।पायलट ने कहा कि आज मैं सदन में आया तो देखा कि मेरी सीट पीछे रखी गई है। मैं आखिरी कतार में बैठा हूं। मैं राजस्थान से आता है, जो कि पाकिस्तान बॉर्डर पर है। बॉर्डर पर सबसे मजबूत सिपाही तैनात रहता है। मैं जब तक यहां बैठा हूं, सरकार सुरक्षित है।
तो वहीं विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने गहलोत सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि गलती आप करो और दोष हम पर मढ़ो। उन्होंने कहा सरकार को बचाने के लिए दुरुपयोग गया। उन्होंने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा का क्या फोन टैपिंग अनुमति लेकर की गई?