(अजित सिंह): राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की वजह से वायु की समस्या लगातार जनता के बीच बनी रहती है। सर्दियों के नजदीक आते ही दिल्ली में वायु की स्वछता में कमी आने लगती है। स्वच्छ वायु का ग्राफ तेजी से गिरने लगता है। इसी कड़ी में दिल्ली सरकार की तरफ से हर बार कुछ नई योजनाओं को गठित कर दिल्ली की जनता को राहत पहुचांने का प्रयास किया जाता है। इसी बीच दिल्ली में वायु गुणवत्ता साफ बनी रहे इसके लिए ग्रेप प्लेन आज से लागू कर दिया जाएगा। सर्दियों के मौसम नजदीकी आते ही ग्रेप नियम के तहत 1820 टीमें करेंगी निगरानी जेनरेटर, ईंट-भट्ठे पर पाबंदी रहेगी। निर्माण साइटों पर टीमें तैनात की जाएगी।
राष्ट्रीय राजधानी में मानसून की विदाई के साथ ही हवा की गुणवत्ता खराब होने का खतरा बढ़ने लगता है। ऐसे में सफर एप्प के मुताबिक दिल्ली के कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में दर्ज की जा रही है। वहीं आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता खराब होने की आशंका है। वायु प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली में अब ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान लागू कर दिया गया है। दिपावली में पटाख़ों पर पाबंदी लगा दी गई है ऑनलाइन पटाखे बेचने पर भी रोक है। चोरी से भी कोई ना बेचे इसके लिए 210 टीमें लगाई गई है। निमार्ण साईट की निगरानी के लिए 586 लोगों की टीमें बनाई गई है, प्रदूषण पर सख्ती से निपटने के लिए सर्दियों के मौसम में दस से पंद्रह साल पुराने डीजल और पेट्रोल वाहनों को सड़क पर ना उतरने देने के लिए 380 लोगों की टीमें बनाई गई है। खुले में कुड़ा जलाने पर भी रोक लगाई गई है।
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राजधानी में हवा की गुणवत्ता खराब ना हो इसके लिए पहले ही ग्रेप नियम लागू कर दिया गया है। दिल्ली के कुछ इलाके जहां वाहनों का आवागमन सबसे ज्यादा होता है वहां का एयर क्वालिटी इंडैक्स मध्यम स्तर पर दर्ज किया जा रहा है। हवा की गुणवत्ता बहुत खराब स्तर पर ना पहुंचे उसके लिए ग्रेप नियम के तहत टीमें बना दी गई है।