गोहाना(सुनील जिंदल): सोनीपत के एक गांव में राजकीय स्कूल व कॉलेज के सामने गंदगी और कीचड़ के साथ-साथ गंदा पानी भरा हुआ है।
जहां सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में विद्यार्थियों की संख्या पहले ही कम रहती है और प्रशासन की लापरवाही शिक्षण संस्थान के सामने आड़े आ जाती है।
दरअसल, सरकारी तंत्र के उन लापरवाह नुमाइंदों के कारण बनी हुई है। जहां पर स्कूल कॉलेज की दीवारों के साथ-साथ मुख्य गेट पर गंदा पानी भरा हुआ है।
सरकारी स्कूल और सरकारी कॉलेज ताऊ देवीलाल में बेटियां दूरदराज से पढ़ने के लिए इसलिए पहुंचती है। क्योंकि यहां की शिक्षा अपने आप में काफी उच्च दर्जे की देखी जाती है और इसीलिए यहां पर बच्चों की संख्या भी काफी अच्छी रहती है।
लेकिन विद्यार्थियों की संख्या वाली अच्छी तस्वीर को कॉलेज और स्कूल के सामने जमा गंदा पानी सबकुछ बंया कर देता है। रास्ते से गुजरने के दौरान बदहाली देखी जा सकती है।
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स्थानीय लोगों बताते हैं कि वो कॉलेज प्रशासन के पास भी गए और उन्होंने गांव और स्कूल कॉलेज की मौजूदा स्थिति बताई गई।
जब सरकार के नुमाइंदे ही सरकार की अच्छी व्यवस्था को पलीता लगाना शुरू कर दें तो निसंदेह शिक्षा का मंदिर भी गंदगी का मंदिर बन सकता है।
जब बच्चे लंबी कतार लगाकर अपने आपको कीचड़ से बचाने के लिए पानी में रखी गई ईटों से होकर गुजरते हैं। वहीं, जब ग्रामीणों और कॉलेज प्रशासन से इस बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि इस बारे में सोनीपत में
बीडीपीओ से लेकर जिला प्रशासन और अन्य अधिकारियों को कई बार शिकायत के माध्यम से समस्या के बारे में अवगत कराया जा चुका है।
किसी भी दरवाजे पर जाने के बाद भी समस्या का हल नहीं हुआ तो ग्रामीणों ने स्कूल के सामने खड़े होकर गंदे पानी के जलभराव की निकासी के लिए और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है।
विद्यार्थियों के साथ-साथ ग्रामीणों को भी क्षेत्र से गुजरने में दिक्कत झेलनी पड़ रही है। जल भराव के कारण सड़क के बीचों-बीच से गुजरने पर मजबूर होना पड़ रहा है, जिसके कारण सड़क दुर्घटनाएं होने की सम्भावना भी बनी हुई है।
वहीं, स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों ने बताया कि हर वक्त जल भराव के कारण स्कूल की चार दीवारी को भी नुकसान पहुंच रहा है। बरसात के समय पानी निकासी की उचित व्यवस्था न होने पर स्कूल के गेट तक जल भराव हो जाता है।