नई दिल्ली(प्रदीप कुमार): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के बीच दूसरी भारत-ऑस्ट्रेलिया वर्चुअल शिखर बैठक हुई। इस बैठक को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में हमारे संबंधों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। शिखर वार्ता में दोनों देशों के बीच क्वाड, सुरक्षा और व्यापार पर अहम चर्चा हुई है।
प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता को आर्थिक अर्थव्यवस्था, आर्थिक पुनरुद्धार और आर्थिक सुरक्षा के लिए आवश्यक बताया है। शिखर वार्ता में पीएम मोदी ने क्वाड का जिक्र करते हुए दोनों देशों के संबंधों को लेकर एक-दूसरे की सराहना की है।पीएम मोदी ने कहा कि हमारा यह सहयोग मुफ़्त, खुले और समावेशी हिंद प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और सहयोग के नये आयाम लिखेगा।
पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारा क्षेत्र बढ़ते परिवर्तन और बहुत दबाव का सामना कर रहा है और मुझे लगता है कि हमारे क्वाड लीडर्स कॉल ने हाल ही में हमें रूस के यूक्रेन पर आक्रमण पर चर्चा करने का अवसर दिया है। इसी के साथ पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के पीएम से कहा कि व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, शिक्षा और नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में हमारा पहले से ही बहुत घनिष्ठ सहयोग रहा है
पीएम मोदी ने अन्य क्षेत्रों जैसे महत्वपूर्ण खनिज, जल प्रबंधन, नवीकरणीय ऊर्जा, कोविड-19 में भी दोनों देशों के बीच हुई तेज वृद्धि को लेकर खुशी जताई है। पीएम मोदी ने बेंगलुरु में ऑस्ट्रलिया के सहयोग से महत्वपूर्ण और उभरती हुई प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना में सहयोग के लिए ऑस्ट्रेलिया को धन्यवाद दिया है।
इसके अलावा पीएम मोदी ने प्राचीन भारतीय कलाकृतियों को लौटाने की पहल करने के लिए अपने समकक्ष मॉरिसन से कहा कि मैं आप को विशेष रूप से धन्यवाद देना चाहता हूं कि आपने राजस्थान, पश्चिम बंगाल, गुजरात, हिमाचल प्रदेश के साथ कई अन्य भारतीय राज्यों से अवैध तरीकों से निकाली गयी सैकड़ों वर्ष पुरानी मूर्तियों और चित्रों को भारत को वापस सौंप दिया है।
ऑस्ट्रेलिया ने 29 पुरावशेषों को भारत को वापस किया है। ये पुरावशेष छह श्रेणियों, ‘शिव और उनके शिष्यों’, ‘शक्ति की पूजा’, ‘भगवान विष्णु और उनके रूप’, जैन परंपरा, चित्र और सजावटी वस्तुओं से नाता रखते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया से आए पुरावशेषों का निरीक्षण भी किया है। भारत-ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्रियों के बीच हुए शिखर वार्ता को लेकर विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि दोनों देशों के बीच ये समिट भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच के घनिष्ठ संबंधों और द्विपक्षीय साझेदारी को बढ़ाने के दोनों प्रधानमंत्रियों के साझा दृष्टिकोण को दर्शाती है।
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