(प्रदीप कुमार) : अयोध्या में श्रीरामलला मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आज सम्पन्न हो गया है।पीएम मोदी बतौर मुख्य यजमान हल्के पीले रंग की धोती और कुर्ता पहनकर 12 बजे मंदिर परिसर में पहुंचे।पीएम के हाथ में एक थाल थी,जिसमें श्रीरामलला का चांदी का छत्र था।संकल्प के साथ प्राण प्रतिष्ठा की विधि 12 बजकर 5 मिनट पर शुरू हुई, जो 1 घंटे से ज्यादा समय तक चली।प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान की आरती कर चंवर डुलाया।मुख्य पुजारी सत्येन्द्र दास से कलावा बंधवाया और उनके पैर छुए। इसके बाद उन्होंने श्रीरामलला की परिक्रमा की और साष्टांग प्रणाम किया।पीएम मोदी ने राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास के भी पैर छुए।पीएम ने अपना 11 दिन का व्रत भी तोड़ा।
प्राण प्रतिष्ठा के बाद PM ने लोगों को संबोधित किया।पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत राम-राम से शुरू की।पीएम मोदी ने कहा कि रामलला अब टेंट में नहीं, दिव्य मंदिर में रहेंगे।पीएम मोदी ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण के बाद से देशवासियों में नया उत्साह पैदा हो रहा था।आज हमें सदियों की धरोहर मिली है,श्रीराम का मंदिर मिला है। 22 जनवरी, 2024 का ये सूरज एक अद्भुत आभा लेकर आया है।ये कैलेंडर पर लिखी एक तारीख नहीं, बल्कि ये एक नए कालचक्र का उद्गम है,लोग इसे हजारों साल याद करेंगे।
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पीएम मोदी ने देशवासियों को बधाई दी और कहा- कुछ तो कमी थी जो मंदिर बनने में सदियां लग गईं। ये राम मंदिर भारत के उत्कर्ष-उदय का साक्षी बनेगाश्री राम मंदिर बनने में अदालत के फैसले का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि न्यायपालिका ने लाज रख ली।इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मैं प्रभु राम से क्षमा याचना करता हूं। हमारे त्याग, तपस्या, पूजा में कोई तो कमी रह गई होगी कि इतने साल मंदिर निर्माण का काम नहीं हो पाया। आज ये कमी पूरी हुई। मुझे विश्वास है कि प्रभु राम हमें क्षमा करेंगे।पीएम मोदी ने कहा कि भारत के संविधान की पहली प्रति में राम विराजमान हैं। दशकों तक प्रभु राम के अस्तित्व पर कानूनी लड़ाई चली। मैं न्यायपालिका का शुक्रगुजार हूं कि उसने लाज रख ली।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं सौभाग्यशाली हूं कि अनुष्ठान के दौरान सागर से सरयू तक की यात्रा का मौका मिला। राम भारतवासियों के मन में विराजे हुए हैं। किसी के भी मन को छुएंगे तो एकत्व की अनुभूति होगी। मुझे देश के कोने-कोने में रामायण सुनने का अवसर मिला।अपने भाषण में पीएम मोदी ने यह भी कहा कि राम विवाद नहीं समाधान है ।प्रधानमंत्री ने कहा- जब भी उन्होंने इतिहास की गांठें सुलझाने का प्रयास किया तो मुश्किल परिस्थितियां बन गईं। हमने जिस गांठ को भावुकता और समझदारी के साथ खोला है, वो बताता है कि भविष्य बहुत सुंदर होने जा रहा है।इस दौरान पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि कुछ लोग कहते थे कि राम मंदिर बना तो आग लग जाएगी।राम मंदिर किसी आग को नहीं, ऊर्जा को जन्म दे रहा है।अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि आज के इस ऐतिहासिक समय में देश उन व्यक्तित्वों को भी याद कर रहा है, जिनकी वजह से शुभ दिन देख रहे हैं। हम कारसेवकों,संत-महात्माओं के ऋणी हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि आने वाला समय सिद्धि का है। ये राम मंदिर भारत के उत्कर्ष-उदय का साक्षी बनेगा। मंदिर सिखाता है कि लक्ष्य प्रमाणित हो तो उसे हासिल किया जा सकता है।शताब्दियों की प्रतीक्षा के बाद हम यहां पहुंचे हैं। अब हम रुकेंगे नहीं।पीएम मोदी ने अपने भाषण की समाप्ति जय सियाराम के नारे के साथ की।