Shubhanshu Shukla: अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और अंतरिक्ष में अपने अनुभव साझा किए।शुक्ला अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की यात्रा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री हैं। वो पिछले महीने एक्सिओम मिशन 4 के तहत 20 दिनों की अंतरिक्ष यात्रा के बाद पृथ्वी पर लौटे थे।
Read also- हरियाणा पुलिस को मिली बड़ी सफलता, एल्विश यादव के घर के बाहर गोली चलाने वाला गिरफ्तार
ग्रुप कैप्टन शुक्ला, ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर और ग्रुप कैप्टन पुण्यश्लोक बिस्वाल, इसरो के अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग के सचिव वी. नारायणन और मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र के निदेशक दिनेश कुमार सिंह ने मुर्मू से मुलाकात की। राष्ट्रपति कार्यालय ने एक्स पर पोस्ट कर इस मुलाकात की जानकारी दी।पोस्ट में लिखा, “राष्ट्रपति ने पूरी टीम को भविष्य के प्रयासों, खासकर गगनयान मिशन के लिए शुभकामनाएं दीं।”
Read also- दिल्ली-NCR में बदला मौसम का मिजाज, झमाझम बारिश से मौसम हुआ सुहावना
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की सफल यात्रा से उत्साहित भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने गुरुवार को उम्मीद जताई कि जल्द ही कोई “हमारे अपने कैप्सूल से, हमारे रॉकेट से, हमारी धरती से” अंतरिक्ष की यात्रा करेगा।ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आईएसएस मिशन का प्रत्यक्ष अनुभव बेहद अनमोल और किसी भी प्रशिक्षण से कहीं बेहतर था।Shubhanshu Shukla:
उन्होंने कहा कि भारत आज भी “सारे जहां से अच्छा” दिखता है। ये शब्द पहली बार भारतीय अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने 1984 में अपने अंतरिक्ष मिशन के दौरान कहे थे।अपने ‘एक्सिओम-4’ मिशन को लेकर शुभांशु शुक्ला ने कहा कि आईएसएस मिशन से हासिल अनुभव भारत के ‘गगनयान’ मिशन के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा और उन्होंने पिछले साल अपने (एक्सिओम-4) मिशन के दौरान बहुत कुछ सीखा।Shubhanshu Shukla: