गोहाना(सुनील जिंदल): सोनीपत का शुगर मिल इन दिनों काफी चर्चा में है। क्योंकि पिछले सालों की तुलना में सोनीपत का शुगर मिल चीनी की क्वालिटी में काफी सुधार कर चुका है और जिसके चलते प्रदेश भर में शुगर मिल की चीनी की डिमांड काफी बढ़ी हुई है। क्योंकि क्वालिटी में सुधार होने के बाद बाजार में अच्छी क्वालिटी के चलते रेट में भी बढ़ोतरी हुई है।
वहीं हरियाणा में सोनीपत शुगर में दूसरे से तीसरे स्थान पर लगातार बना हुआ है और शुगर मिल के एमडी जितेंद्र जोशी ने दावा किया है कि जल्दी सोनीपत का शुगर मिल पहले नंबर पर पहुंचेगा। वही शुगर मिल प्रशासन द्वारा 20 दिसंबर तकरीबन 10 करोड़ की पेमेंट किसानों को की जा चुकी है। बाकी किसानों को भी जल्दी ही पेमेंट करवाई जाएगी। किसी की पेमेंट में कोई भी देरी नहीं की जा रही है।
गौरतलब है कि सोनीपत शूगर मिल की पिराई क्षमता 22 हजार क्विंटल गन्ना प्रतिदिन है। सोनीपत शूगर मिल ने पिछले पिराई सत्र में 32 लाख क्विंटल से अधिक गन्ने की पिराई की थी। सोनीपत शूगर मिल क्षेत्र के अंतर्गत करीब 185 गांव शामिल है। सोनीपत शूगर मिल क्षेत्र में इस बार गन्ना 16 हजार एकड़ भूमि में उगाया गया है। सोनीपत शूगर मिल ने किसानों के साथ 36 लाख क्विंटल गन्ने की बॉडिंग की है। जितेंद्र जोशी ने बताया कि प्रतिदिन शुगर मिल में 20 से 25000 क्विंटल गन्ना पहुंच रहा है।
शुगर मिल में 2000 से 2100 क्विंटल प्रतिदिन चीनी का उत्पादन किया जा रहा है। बाजार में उनके शुगर मिल की चीनी की डिमांड बढ़ी हुई है और जिसके कारण उन्हें रेट भी अच्छा मिल रहा है।